चंडीगढ़: आखिरकार भाजपा ने फिर से चंडीगढ़ मेयर चुनाव जीतकर कुर्सी पर कब्जा जमाया है. आज शुक्रवार को सदन की पहली बैठक बुलाई गई. वहीं सभी पार्षदों ने मेयर को बधाई देते हुए उनके वार्ड से संबंधित मुद्दों को भी सामने रखा, जिसके जवाब में मेयर हरप्रीत कौर बबला ने कहा कि जल्द ही हर एक वार्ड में वो खुद जाकर निरीक्षण करेंगी और समस्याओं को जल्द सुलझाएंगे. इसके साथ ही चंडीगढ़ के प्रशासक से भी नगर निगम के वित्तीय संकट को लेकर मीटिंग करेंगी.
गौरतलब है कि 338वीं बैठक में चंडीगढ़ की मेयर हरप्रीत कौर बबला को सभी पार्षदों ने बधाई दी. मेयर की बैठक से पहले एफ एंड सी सी के नतीजे की घोषणा की गयी, जिसमें भाजपा के तीन पार्षद, आम आदमी पार्टी का एक और कांग्रेस के एक पार्षद को शामिल करते हुए वित्त एवं अनुबंध कमेटी के सदस्य सर्व सहमति के साथ चुने गए. एक-एक कर सभी पार्षदों ने नए मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर को बधाई दी. वहीं सभी पार्षदों ने अपने वार्ड से जुड़े मुद्दों पर भी मेयर का ध्यान केंद्रित किया, जिसके जवाब में मेयर ने सभी पार्षदों को आश्वासन दिया कि वे जल्द ही हर एक वार्ड का दौरा करेंगी.
"भाजपा ने एक भी वादा पूरा नहीं किया" : बैठक की शुरुआत मनीष तिवारी ने अपने भाषण से की, जहां उन्होंने सभी सदस्यों को बैठक की मर्यादा रखने का सुझाव दिया. उनका कहना था कि सभी शहर से जुड़े मुद्दों पर ही बात करें. इसके बाद उन्होंने भाजपा को भी अपने किए गए वादों पर नजर डालने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि पिछले लंबे समय से भाजपा शहर के साथ वादे करती आ रही है, लेकिन एक भी वादा अभी तक पूरा नहीं किया गया है. आशा करता हूं कि मेयर अपने शहर के लिए काम करेंगी. उनके इन सभी कामों में मेरा उन्हें सहयोग रहेगा.
गौशालाओं के लिए नीति बनाएंगी : इसके साथ ही मलोया की गौशाला में करंट से सांडों की मौत के मुद्दे पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस के पार्षदों ने मेयर को शहर की सभी गौशाला का संज्ञान लेने की अपील की. जिसके जवाब में मेयर ने कहा कि सभी गौशाला के सदस्यों और शहर की समाज सेवा संस्थाओं के साथ मिलकर वे गौशाला के लिए नीति बनाएंगी.
वित्तीय संकट पर ये बोलीं नई मेयर : कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने शहर की विकास को लेकर और नगर निगम के वित्तीय संकट को लेकर मेयर से सवाल किए गए. जवाब में मेयर ने कहा कि उन्हें आज ही केंद्र से 33 करोड़ मिले हैं, जिसके साथ वो नगर निगम के सबसे जरूरी कामों को निपटाएंगी. इन सबके बावजूद भी चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया को भी मिलकर वित्तीय संकट को जल्द सुलझाने की गुहार लगाएंगी.
कमिश्नर ने रखा प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ाने का एजेंडा : नगर निगम की बैठक के दौरान कमिश्नर अमित कुमार द्वारा प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ाये जाने का एजेंडा रखा गया. जहां प्रॉपर्टी टैक्स 12 फीसदी तक बढ़ाया जाना था. सभी पार्षदों ने इस एजेंडे को सिरे से नकार दिया. जिसके बाद अमित कुमार ने इस एजेंडा को पास ना करते हुए रोक दिया. जवाब में उन्होंने कहा कि उनके पास आने वाले 2 महीनों के लिए कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए फण्ड नहीं हैं, ऐसे में उन्होंने और उनके अधिकारियों ने मिलकर प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ाने का फैसला किया था.
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