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17 मई को रिलीज होगी 'छोरियां छोरों से कम नहीं होती', पढ़िए क्या है फिल्म में खास

17 मई को जाने माने अभिनेता, कॉमेडियन और निर्देशक सतीश कौशिक की हरियाणवी भाषा में एक फिल्म रिलीज होने वाली है. फिल्म का नाम है 'छोरियां छोरों से कम नहीं होती'. फिल्म के बारे में चर्चा करने के लिए सतीश कौशिक ने सोमवार को यमुनानगर में प्रेस वार्ता की.

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Published : May 13, 2019, 7:17 PM IST

फिल्म का पोस्टर (फाइल फोटो)

यमुनानगर: खेल, शिक्षा या बात करें मनोरंजन की तो हरियाणा ने हर जगह अपनी अलग पहचान बनाई है. महिला सशक्तिकरण की बात करें तो हरियाणा की लड़कियों पर 'दंगल' जैसी फिल्म ने पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ी है. बता दें कि दंगल के बाद अब एक और फिल्म जो कि हरियाणा की नई सोच को दर्शाएगी, वो बड़े पर्दे पर जल्द आने वाली है.

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता, कॉमेडियन और निर्देशक सतीश कौशिक हरियाणवी फिल्म 'छोरियां छोरों से कम नहीं होती' लेकर आ रहे हैं. ये फिल्म 17 मई को रिलीज की जाएगी. इस फिल्म को लेकर कॉमेडियन सतीश कौशक ने सोमवार को यमुनानगर में पत्रकारों से बातचीत की. जहां उन्होंने फिल्म को लेकर काफी बातें पत्रकारों से साझा की.

सतीश कौशिक, अभिनेता

सतीश कौशिक ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब जल्द ही हरियाणवी सिनेमा का विकास होगा. जिस तरह पंजाबी, भोजपुरी, बंगाली सिनेमा ने अपनी अलग पहचान बनाई है. उसी तरह अब हरियाणा में भी इंडस्ट्री बनेगी. वहीं सतीश कौशिक ने कहा कि लड़कियां लड़कों से कम नहीं हैं और उनकी ये फिल्म महिला सशक्तिकरण और बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के संदेश को भी दर्शाती है.

सतीश कौशिक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हरियाणवी सिनेमा को विकास करने के लिए कोई सीरियस आदमी नहीं आया. उन्होंने कहा कि आज के टाइम में डिजिटल सिनेमा पावरफुल होता जा रहा है. आप देखो 10 हजार करोड़ रुपए से ऊपर का भोजपुरी सिनेमा हो गया है. पंजाबी सिनेमा कितना जबरदस्त हो गया है. बंगाली सिनेमा कितना एस्टेब्लिश हो गया है, लेकिन हमारा हरियाणवी सिनेमा फिल्म और सिनेमा के बारे में बहुत पीछे है.

सतीश कौशिक ने बताया कि इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे घरवालों के ना चाहते हुए भी एक लड़की स्कूल में टॉप करती है और आईपीएस ऑफिसर बनती है और पिता की उस सोच को गलत साबित करती है कि तू गलत सोचता था कि बेटे ही सारी प्रॉब्लम सॉल्व कर सकते हैं.

अब देखना होगा कि सतीश कौशिक की यह फिल्म हरियाणा के लोगों को कितनी पसंद आती है. फिलहाल हरियाणवी भाषा को आगे लाने और हरियाणवी सिनेमा को आगे बढ़ाने में सतीश कौशिक ने एक अच्छी पहल की है.

यमुनानगर: खेल, शिक्षा या बात करें मनोरंजन की तो हरियाणा ने हर जगह अपनी अलग पहचान बनाई है. महिला सशक्तिकरण की बात करें तो हरियाणा की लड़कियों पर 'दंगल' जैसी फिल्म ने पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ी है. बता दें कि दंगल के बाद अब एक और फिल्म जो कि हरियाणा की नई सोच को दर्शाएगी, वो बड़े पर्दे पर जल्द आने वाली है.

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता, कॉमेडियन और निर्देशक सतीश कौशिक हरियाणवी फिल्म 'छोरियां छोरों से कम नहीं होती' लेकर आ रहे हैं. ये फिल्म 17 मई को रिलीज की जाएगी. इस फिल्म को लेकर कॉमेडियन सतीश कौशक ने सोमवार को यमुनानगर में पत्रकारों से बातचीत की. जहां उन्होंने फिल्म को लेकर काफी बातें पत्रकारों से साझा की.

सतीश कौशिक, अभिनेता

सतीश कौशिक ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब जल्द ही हरियाणवी सिनेमा का विकास होगा. जिस तरह पंजाबी, भोजपुरी, बंगाली सिनेमा ने अपनी अलग पहचान बनाई है. उसी तरह अब हरियाणा में भी इंडस्ट्री बनेगी. वहीं सतीश कौशिक ने कहा कि लड़कियां लड़कों से कम नहीं हैं और उनकी ये फिल्म महिला सशक्तिकरण और बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के संदेश को भी दर्शाती है.

सतीश कौशिक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हरियाणवी सिनेमा को विकास करने के लिए कोई सीरियस आदमी नहीं आया. उन्होंने कहा कि आज के टाइम में डिजिटल सिनेमा पावरफुल होता जा रहा है. आप देखो 10 हजार करोड़ रुपए से ऊपर का भोजपुरी सिनेमा हो गया है. पंजाबी सिनेमा कितना जबरदस्त हो गया है. बंगाली सिनेमा कितना एस्टेब्लिश हो गया है, लेकिन हमारा हरियाणवी सिनेमा फिल्म और सिनेमा के बारे में बहुत पीछे है.

सतीश कौशिक ने बताया कि इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे घरवालों के ना चाहते हुए भी एक लड़की स्कूल में टॉप करती है और आईपीएस ऑफिसर बनती है और पिता की उस सोच को गलत साबित करती है कि तू गलत सोचता था कि बेटे ही सारी प्रॉब्लम सॉल्व कर सकते हैं.

अब देखना होगा कि सतीश कौशिक की यह फिल्म हरियाणा के लोगों को कितनी पसंद आती है. फिलहाल हरियाणवी भाषा को आगे लाने और हरियाणवी सिनेमा को आगे बढ़ाने में सतीश कौशिक ने एक अच्छी पहल की है.

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REPORTER RAJNI SONI
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एंकर हरियाणवी फिल्म 'छोरियां छोरों से कम नहीं होती  19 मई को होगी रिलीज द सतीश कौशिक एंटरटेनमेंट के साथ मिलकर जी स्टूडियोज अपनी आगामी हरियाणवी फिल्म 'छोरियां छोरों से कम नहीं होतीं' को 17 मई, 2019 को रिलीज करने जा रहे है यमुनानगर पहुंचे बॉलीवुड निर्माता निर्देशक और अभिनेता सतीश कौशिक ने ये जानकारी यमुनानगर में आज मीडिया से सांझा की।वही सतीश कौशिक ने कहा कि अब जल्द ही हरियाणवी सिनेमा डेवेलोप होगा।जिस तरह पंजाबी भोजपुरी बंगाली सिनेमा ने अपनी अलग पहचान बनाई है उसी तरह अब हरियाणा में भी इंडस्ट्री बनेगी।वही सतीश कौशिक ने कहा कि लड़कियां लड़को से कम नही है और उनकी ये फ़िल्म महिला शसक्तीकरण और बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के सन्देश को भी दर्शाती है ।



वीओ बड़ी बड़ी फिल्मो सुल्तान तनु वेड्स मनु और हिंदी नाटको  में हरियाणवी भाषा के डायलॉग तो आपने सुने ही होंगे ।जल्द ही हरियाणा में हरियाणवी सिनेमा तैयार होने जा रहा है ।यमुनानगर पहुंचे निर्माता निर्देशक सतीश कौशिक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हरियाणवी सिनेमा को डिवेलप करने के लिए कोई सीरियस आदमी नहीं आया आज तक आज का टाइम है डिजिटल सिनेमा का डिजिटल सिनेमा पावरफुल होता जा रहा है आप देखो 10हज़ार करोड रुपए से ऊपर का भोजपुरी सिनेमा हो गया है पंजाबी सिनेमा कितना जबरदस्त हो गया है ।बंगाली सिनेमा को कितना एस्टेब्लिश हो गया है ।लेकिन हमारा हरियाणवी सिनेमा वह फिल्म और सिनेमा के बारे में बहुत पीछे रहा है ।जबकि हमारी हरियाणवी भाषा हिंदी के बिल्कुल नजदीक है और हिंदी जैसी है क्योंकि हरियाणवी की कोई अपनी लिपि नहीं हो सकता। खासकर तब जब सुल्तान तनु वेड्स मनु जैसी फिल्में उनकी वजह से हरियाणवी मेंनस्ट्रीम में आ गई ।कोई भी किसी दूसरी लैंग्वेज को किसी मेंस स्टार ने यूज नहीं किया। हिंदी भाषा को जानने वाले सब लोगों ने यह फिल्में देखें इसका मतलब यह है कि हरियाणवी भाषा की लोगो के बहुत ज्यादा नजदीक है लोगों को समझ में आती है ।क्योंकि वह हिंदी भाषा के बिल्कुल नजदीक है ।मैं पिछले 6 साल से इसी काम पर लगा हुआ था फिर मैंने सभी सरकारों को बोला फिर हमने फिल्म पॉलिसी निकाली। फिल्म पॉलिसी लागू हुई अब उस बोर्ड का गठन होगा लोगों को यहां पर सब्सिडी मिलेगी जो यहां हरियाणवी पिक्चर बनाने आएंगे यहां नए थिएटर बनेंगे । जो पुराने थे उन्हें भी नई लुक दी जाएगी ।नया बनाया जाएगा यहां पर फिल्म सिटी बनाई जाएगी यहां पर फिल्म फेस्टिवल्स किए जाएंगे ।उस फिल्म पॉलिसी के अंदर फिर मैंने सोचा कि अपनी कंपनी के अंदर मैं हरियाणवी पिक्चरें भी बनानी शुरू करो ।दिल्ली से चंडीगढ़ फ्लाइट में आते हुए इसका प्लान बना हरियाणवी फिल्मो की जब बात हुई तो सुभाष गोयल जी भी हिसार से है फिर हमने सोचा क्यों ना हम हरियाणवी फिल्में बनाएं उन्होंने मराठी सिनेमा को खड़ा किया है फिर जब उनसे ऐसे ही बात हुई तब उन्होंने कहा कि आप हरियाणवी फिल्म बनाइए। फिर हमने तीन चार कहानियों पर चर्चा की फिर सोचा कि एक सामाजिक कहानी को लेकर जो लोगों को पसंद आए जो साफ सुथरी हो जो कुछ मैसेज भी समाज को दे सके और मनोरंजन भी करें बिना मनोरंजन के कोई भी कहानी लोगों की समझ में नहीं आती ।हमें अपनी हरियाणवी ऑडियंस को ट्रेंड करना बड़ा जरूरी है ।ताकि वह हरियाणवी पिक्चर भी देखें क्योंकि उन्हें बताना पड़ेगा कि तुम हिंदी पिक्चर तो देखते ही हो कि अपनी लैंग्वेज हरियाणा की लैंग्वेज है यह भी देखो। इस फिल्म देखने में भी उतना ही मनोरंजन मिलेगा उतना ही ड्रामा मिलेगा उतनी ही सीख मिलेगी ऐसे ही हरियाणवी सिनेमा प्रमोट होगा।



बाइट सतीश कौशिक फाइल नंबर 4 



वीओ वहीं उन्होंने कहा कि हाल ही में जो हमने हरियाणवी फिल्म बनाई है वह हमने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को भी दिखाई की छोरियां छोरों से कम नहीं रामविलास शर्मा जी को दिखाएं शिक्षा मंत्री हैं वह उनको दिखाएं विपुल गोयल जी इंडस्ट्री मिनिस्टर है उनको हमने यह फिल्म दिखाएं कई आईएएस ऑफिसर को हमने यह पिक्चर दिखाइ। सरकार का हमेशा साथ मिला है अभी चुनाव थे तो मेरी ज्यादा बात नहीं हो पाई अब बात की जाएगी कि हमारी इस फिल्म को मदद करें इसकी सब्सिडी भी दें यह सब स्कूलों में भी दिखाई जाए ज्यादा से ज्यादा है यह लोग देखें ।ताकि सब में यह संदेश जाए कि हरियाणवी फिल्म इंडस्ट्री को यहां पर स्थापित करना सरोकार मिलना बहुत जरूरी है नई इंडस्ट्री क्रिएट करना। बिना मनोरंजन के कोई भी मैसेज आज के समय में नहीं दिया जा सकता अगर आप कोई मैसेज भी देना सकते हैं तो मनोरंजन जरूरी है वहीं सतीश कौशिक ने हरियाणवी में कुछ डायलॉग बोलकर भी मीडिया को सुनाएं की लड़कियां लड़कों से कम नहीं है छोरियां छोरों से कम नहीं इस फिल्म की शूटिंग हमने शाहबाद कुरुक्षेत्र करनाल में की है अंबाला में भी इस फिल्म की शूटिंग की गई है आपको हर रस का ध्यान रखना पड़ता है और जो हम लोग बोलते हैं उसमें सभी भाव आते हैं तो उन्हीं सभी भावों के साथ एक फिल्म तैयार होती है।वहीं सतीश कौशिक ने कहा कि हरियाणा की मिट्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है आज मैं जो कुछ हूं हरियाणा की मिट्टी की बदौलत हूं और इस हरियाणा की माटी का मैं बहुत धन्यवाद करता हूं।



बाइट सतीश कौशिक फाइल नंबर 5


वीओ सतीश कौशिक ने बताया कि उन्होंने बतौर कॉमेडियन कई फिल्मों में काम किया है जिसमें उन्हें बेहतरीन कामयाबी हासिल की हुई और बहुत से डायलॉग उनके फेमस हुए आइए तो सही बैठो तो सही हसीना मान जाएगी फिल्म का एक डायलॉग बहुत फेमस हुआ कभी पप्पू पेजर का किरदार तो कभी अन्य किरदार ऐसे ही कई कर तारों से उनकी पहचान बनी हुई उन्होंने कहा कि 17 मई को उनकी हरियाणवी फिल्म छोरियां छोरों से कम नहीं रिलीज होने जा रही है जो कि बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का भी एक बहुत बड़ा संदेश है यह आसपास के भी कई राज्यों में यह फिल्म रिलीज हो रही है इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे घर वालों के ना चाहते हुए भी एक लड़की स्कूल में टॉप करती है पढ़ाई में टॉप करती है और आईपीएस ऑफिसर बनती है और पिता की उस सोच को गलत साबित करती है कि तू गलत सोचता था कि बेटे ही सारे प्रॉब्लम सॉल्व कर सकते हैं तो वह बेटी यह साबित करके दिखाती है कि बेटियां भी कम नहीं है बेटियां भी वह सब कुछ कर सकती हैं जो बेटे कर सकते है।अब देखना होगा कि सतीश कौशिक की यह फिल्म हरियाणा के लोगों को कितनी पसंद आती है फिलहाल हरियाणवी भाषा को आगे लाने और हरियाणवी सिनेमा को आगे बढ़ाने में सतीश कौशिक ने एक अच्छी पहल की है।



बाइट सतीश कौशिक फाइल नंबर 6
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