यमुनानगर: गिरते भू जलस्तर को बचाने के लिए सरकार ने जल ही जीवन है योजना की शुरूआत की है. इसके तहत रादौर को भी पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस योजना में शामिल किया गया है. इस योजना के तहत प्रदेश के डार्क जोन वाले 7 जिलों के 8 ब्लॉकों को शामिल किया गया है.
मक्का की फसल का लक्ष्य निर्धारित
इन ब्लॉकों में 50 हजार हेक्टेयर भूमि पर मक्का फसल की पैदावार का लक्ष्य निर्धारित किया है. अहम पहलू ये है कि किसानों को सरकार की तरफ से नि:शुल्क बीज दिए जाएंगे. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की किश्त सरकार की ओर से वहन की जाएगी और 31 अगस्त से पहले किसानों के खातों में 2 हजार रुपए की सब्सिडी दो किश्तों में डाल दी जाएगी. इतना ही नहीं राज्य सरकार किसानों के मक्के की फसल को निर्धारित मूल्य पर खरीदेगी.
कृषि विकास अधिकारी लोगों को कर रहे जागरूक
खंड कृषि अधिकारी राकेश अग्रवाल ने बताया की रादौर में इस योजना से किसानों को जोड़ने के लिए 82 गांव के आठ कलस्टर बनाए गए है. कृषि विकास अधिकारी गांव-गांव जाकर किसानों को इस योजना से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.
पानी का समझना होगा महत्व
अब तक रादौर खंड में 492 किसानों का ऑफलाइन और 68 का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया गया हैं. वहीं किसानों ने भी सरकार की इस योजना का स्वागत किया है. किसान भी मानते हैं की धान की फसल में पानी का ज्यादा दोहन होने से जलस्तर पर इसका असर पड़ता है. समय रहते अगर किसानों ने जल के महत्व को नहीं समझा तो आने वाले दिनों में जल संकट की समस्या और भी गहराती जाएगी.