यमुनानगर: बुड़िया गेट चौकी के पास मंगलवार को पुलिसकर्मी द्वारा एक किसान की बाइक से झंडा उतारना महंगा पड़ गया. भारतीय किसान यूनियन के लोगों ने बुड़िया गेट चौकी का घेराव कर जमकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
गौरतलब है कि 27 नवंबर 2020 से नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. लाखों की संख्या में किसान अपने वाहनों पर झंडे लगाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं आज देश भर में भारतीय जनता पार्टी द्वारा स्थापना दिवस मनाया जा रहा था. इसी कड़ी में यमुनानगर जिले में भी जगह-जगह कार्यक्रम हुए.
हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर जिस वक्त जगाधरी में अपने कार्यक्रम कर रहे थे तो वहां पर सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया गया था. इस दौरान जब किसान यूनियन से जुड़ा एक युवा अपनी बाइक से वहां से गुजर रहा था तो पुलिसकर्मी ने उसे रोककर बाइक पर लगा झंडा उतारने की बात कही.
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किसान यूनियन का आरोप है कि उनके युवा साथी ने झंडा उतारने के लिए हामी भर दी थी, लेकिन पुलिसकर्मियों ने बदतमीजी करते हुए जबरदस्ती उसका झंडा उतार दिया. जिसके विरोध में भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता और नेता इकट्ठा होकर बुड़िया गेट चौकी पहुंचे और जमकर प्रदर्शन किया.
इसके बाद मौके पर जगाधरी सिटी थाने के एसएचओ भी पहुंचे जिन्होंने समझा-बुझाकर किसानों को शांत करवाया. किसानों का कहना था कि वह पुलिस द्वारा दिए गए आश्वासन से संतुष्ट हैं. पुलिस ने उन्हें कहा है कि भविष्य में ऐसा कुछ नहीं होगा.
जब पुलिस अधिकारी से इस मामले में बातचीत की गई तो वे इस बात को गोलमोल करते नजर आए. उनका कहना था कि किसान किसी पुलिसकर्मी की शिकायत लेकर यहां पहुंचे थे जिनकी बात सुनी गई और उन्हें आश्वस्त कर दिया गया है कि भविष्य में ऐसा कुछ नहीं होगा.
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