यमुनानगर: केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के बाद प्रदेश सरकारें अपने-अपने राज्यों के प्रवासी मजदूरों को वापस बुला रही है. इसके लिए कई स्पेशल ट्रेनें भी लगाई गई हैं. बावजूद इसके कई ऐसे प्रवासी मजदूर हैं जो अब भी पैदल चलकर अपने घर जा रहे हैं.
ऐसे ही सैंकड़ों प्रवासी मजदूर यूपी जाने के लिए यमुनानगर के यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर पहुंचे तो यूपी पुलिस ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया. ये मजदूर पंजाब के अलग-अलग जिलों में काम करते थे और अब खाने के पैसे खत्म हो गए तो ये लोग पैदल और साइकिलों पर ही घर के लिए निकल गए, लेकिन अब यूपी पुलिस ने इन्हें यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर ही रोक दिया है.
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प्रवासी मजदूरों ने बताया कि वो कई प्रदेशों से होते हुए यहां पहुंचे हैं, लेकिन किसी भी जिले की पुलिस ने उन्हें नहीं रोका. अब जब वो यमुनानगर-हरियाणा बॉर्डर पर पहुंचे हैं तो यूपी पुलिस उन्हें आगे जाने नहीं दे रही है. प्रवासी मजदूरों ने कहा कि उनके पास ना खाने के लिए पैसे और ना ही रहने के लिए छत. ऐसे में सरकार उनकी ओर ध्यान दे और उन्हें उनके घर तक पहुंचाए.
पंजाब के लुधियाना से आए एक श्रमिक ने बताया कि उनके पास खाने के लिए पैसे नहीं हैं, इसीलिए ही वहां से वापस अपने घर जा रहा हैं, लेकिन उनको घर नहीं जाने दिया जा रहा. उसे पंजाब के बाद हरियाणा के बॉर्डर में नहीं रुका गया, लेकिन यूपी बॉर्डर पर उनको रोका जा रहा है.