यमुनानगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वच्छ भारत अभियान शायद कागजों में ही पूरा होता दिख रहा है. स्वच्छ भारत को लेकर ना सरकार सचेत दिखाई दे रही है और ना ही प्रशासन. साथ ही लोग गंदा पानी पीने को भी मजबूर दिखाई पड़ रहे हैं. हम बात कर रहे हैं यमुनानगर स्टेशन के पास बने स्लम एरिया की जहां लोग गंदा पानी पीने से बीमार हो रहे हैं.
साथ ही कई महीने बीत जाने के बाद भी निगम ने शौचालय की सफाई भी नहीं की है. स्लम एरिया में रहने वाले लोगों ने बताया कि हम गंदा पानी पीने के लिए मजबूर हैं और कोई हमारी मदद भी नहीं कर रहा. उन्होंने बताया कि यहां पर जो शौचालय सरकार की तरफ से रखे गए हैं वो भी बहुत गंदे हैं. लोगों ने बताया कि उनके टॉयलेट में पहले बहुत सफाई हुआ करती थी, लेकिन अब कोई सफाई करने वाला नहीं आता.
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वहीं इस गंदे पानी और साफ सफाई की समस्या पर नगर निगम के कार्यकारी अधिकारी दीपक सूरा का कहना है कि जहां तक गंदगी की बात है उसके लिए जिस ठेकेदार के पास टेंडर था उसका काम संतोषजनक नहीं था, तो उसकी पेमेंट रोक दी गई है. उन्होंने बताया कि जल्द ही नया टेंडर कर दिया गया है जिसपर 1 जुलाई से काम शुरू हो जाएगा. साथ ही गंदे पानी को लेकर उन्होंने कहा कि यह पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट से जुड़ा मामला है और उनसे बात की जाएगी.