रादौर: कोरोना संकट के बीच इस बार जहां पहले ही गेहूं खरीद का काम देर से शुरू किए जाने से आढ़ती और किसान परेशान थे. अब मंडी मे खरीद शुरू होने के बाद भी आढ़तियों और किसानों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही है.
रादौर अनाज मंडी में अबतक करीब एक लाख क्विंटल गेहूं की आवक हो चुकी है. लेकिन उठान धीमी होने के चलते मंडी गेहूं की बोरियों से भर गई है. गेहूं की उठान धीमी रफ्तार से होने के चलते किसान और आढ़ती परेशान हैं.
किसान संदीप टोपरा बताते हैं कि सरकार ने मंडियों में कोई मापदंड नहीं उठाए हैं. छोटी मंडियों में भी वहीं नियम लागू है और बड़ी मंडियों में भी वहीं नियम लागू है. उन्होंने कहा कि सरकार ने खरीद के लिए एक जैसे नियम बनाए हैं जिसके चलते दिक्कते बढ़ रही हैं.
मंडी एसोसिएशन के प्रधान संजय गर्ग ने बताया कि अगर मंडी में उठान का यही हाल रहा तो गेहूं की फसल को मंडी में डालने की जगह ही नहीं बचेगी. उन्होंने कहा कि मार्केट कमेटी के अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. जिससे समस्या बढ़ती जा रही है.
इस संबंध में मार्केट कमेटी के सचिव जयसिंह ने कहा कि मंडी में उठान की समस्या के बारे में संबंधित खरीद एजेंसियों को कहा गया है. उन्होंने कहा कि मजदूरों की कमी के चलते ही ये दिक्कतें सामने आ रही है. फिर भी समस्या को दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
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