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यमुना में लगातार बढ़ते प्रदूषण पर सिंचाई विभाग अलर्ट! 5 विभागों को नोटिस जारी - जारी

एक ही समय में यमुना में लगभग 100 क्यूसिक दूषित पानी बह रहा है. जिसे लेकर सिंचाई विभाग ने 5 ऐसे विभागों को नोटिस भेजा है जो कि इसके लिए जिम्मेदार हैं.

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Published : Jun 25, 2019, 3:16 AM IST

Updated : Jun 25, 2019, 8:32 AM IST

यमुनानगरः जिले में यमुना नदी के हालात काफी निराशाजनक बने हुए हैं क्योंकि शहर के अलग-अलग हिस्सों के 19 जगहों का गंदा पानी यमुना में मिल रहा है. इस मामले में संज्ञान लेते हुए सिंचाई विभाग ने जिले के अलग-अलग पांच विभागों को नोटिस भेजे हैं.

गंदा पानी पीने को मजबूर लोग
यमुना नदी का पानी यमुनानगर के साथ-साथ और भी कई जिलों से होता हुआ दिल्ली तक पहुंचाया जाता है, लेकिन एनजीटी की सख्ती के बावजूद भी यमुना लगातार दूषित हो रही है. जिससे ये दूषित पानी ही अलग-अलग क्षेत्रों में पहुंच रहा है और लोग भी यही दूषित पानी पीने के लिए मजबूर हैं.

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लोगों की सेहत के साथ हो रहा है खिलवाड़- विमल बिश्नोई
सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता विमल बिश्नोई ने बताया कि पश्चिमी यमुना नहर का पानी कई क्षेत्रों में जाता है लेकिन इसमें कई गंदे नालों का पानी बिना ट्रीट किए यमुना में डाला जा रहा है. जिससे लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.

इन विभागों को नोटिस जारी
इसी को देखते हुए विभाग ने जगाधरी यमुनानगर नगर निगम, पब्लिक हेल्थ यमुनानगर, पंचायत ऑफिसर और पंचायत ऑफिसर जगाधरी पंचायत ऑफिसर छछरौली आदि विभागों को गंदे पानी को यमुना में गिरने के लिए रोक लगाने के लिए नोटिस भेजा है.

यमुनानगरः जिले में यमुना नदी के हालात काफी निराशाजनक बने हुए हैं क्योंकि शहर के अलग-अलग हिस्सों के 19 जगहों का गंदा पानी यमुना में मिल रहा है. इस मामले में संज्ञान लेते हुए सिंचाई विभाग ने जिले के अलग-अलग पांच विभागों को नोटिस भेजे हैं.

गंदा पानी पीने को मजबूर लोग
यमुना नदी का पानी यमुनानगर के साथ-साथ और भी कई जिलों से होता हुआ दिल्ली तक पहुंचाया जाता है, लेकिन एनजीटी की सख्ती के बावजूद भी यमुना लगातार दूषित हो रही है. जिससे ये दूषित पानी ही अलग-अलग क्षेत्रों में पहुंच रहा है और लोग भी यही दूषित पानी पीने के लिए मजबूर हैं.

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लोगों की सेहत के साथ हो रहा है खिलवाड़- विमल बिश्नोई
सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता विमल बिश्नोई ने बताया कि पश्चिमी यमुना नहर का पानी कई क्षेत्रों में जाता है लेकिन इसमें कई गंदे नालों का पानी बिना ट्रीट किए यमुना में डाला जा रहा है. जिससे लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.

इन विभागों को नोटिस जारी
इसी को देखते हुए विभाग ने जगाधरी यमुनानगर नगर निगम, पब्लिक हेल्थ यमुनानगर, पंचायत ऑफिसर और पंचायत ऑफिसर जगाधरी पंचायत ऑफिसर छछरौली आदि विभागों को गंदे पानी को यमुना में गिरने के लिए रोक लगाने के लिए नोटिस भेजा है.

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HR_YNR_POOLUTED_WATER@YAMUNA_2019_7203646_04
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SLUG.  HR_YNR_POLLUTED WATER@YAMUNA
REPORTER   RAJNI SONI
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एंकर     जीवनदायिनी कहे जाने वाली यमुना पहाड़ों से निकलते हुए शुद्ध जल लेकर जैसे-जैसे जमीनी स्तर पर पहुंचती है वैसे वैसे यह दिन-ब-दिन दूषित होती जा रही है यमुनानगर में यमुना के  हालात काफी निराशाजनक बने हुए हैं क्योंकि इस यमुना में शहर के अलग-अलग हिस्सों का 19 जगह का पानी गंदा पानी यमुना में मिल रहा है जिससे जमुना दूषित हो रही है इस मामले में संज्ञान लेते हुए सिंचाई विभाग मी जिले के अलग-अलग पांच विभागों को नोटिस भेजे हैं। 

वीओ    यमुना नदी से यमुना का पानी यमुनानगर जिले के साथ-साथ और भी कई जिलों से होता हुआ यह पानी दिल्ली तक पहुंचाया जाता है। लेकिन एनजीटी की सख्ती के बावजूद भी अब यह यमुना दूषित हो रही है पश्चिमी यमुना कैनाल से यह पानी जिले के साथ अलग-अलग क्षेत्रों में पहुंचता है लेकिन अब इसमें जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों से लगभग 19 जगह से दूषित पानी नालों के रूप में यमुना में गिर रहा है जिससे यह दूषित पानी ही अलग-अलग क्षेत्रों में पहुंच रहा है और लोग भी यही दूषित पानी पीने के लिए मजबूर हैं। एक ही समय में लगभग 100 क्यूसिक दूषित पानी यमुना में बह रहा है। जिसे लेकर सिंचाई विभाग भी काफी चिंतित है और अब उन्होंने अब विभाग ने 5 ऐसे विभागों को नोटिस भेजा है जो कि इसके लिए जिम्मेदार हैं। फलों के जिले में बहुत से इलाकों में लोग भी यमुना को दूषित करने के लिए उतने ही जिम्मेवार दिखाई दिए घर की औरतें भी घर का कूड़ा भी यमुना में दी हुई दिखाई दी।

वीओ    सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता विमल बिशनोई ने बताया कि पश्चिमी यमुना नहर का पानी कई क्षेत्रों में जाता है लेकिन इसमें कई गंदे नालों का पानी बिना ट्रीट किए यमुना में डाला जा रहा है जोकि मनुष्य की सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक है इसी को देखते हुए विभाग ने जगाधरी यमुनानगर नगर निगम, पब्लिक हेल्थ यमुनानगर, पंचायत ऑफिसर रद्द और पंचायत ऑफिसर जगाधरी पंचायत ऑफिसर छछरौली आदि विभागों को गंदे पानी को यमुना में गिरने के लिए रोक लगाने के लिए नोटिस भेजा है। उन्होंने कहा कि पहले भी इन विभागों को नोटिस दिए जा चुके हैं लेकिन कोई ठोस हल अभी तक नहीं निकला है इन विभागों का कहना है कि इसके लिए यह प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एक समय में लगभग 100 क्यूसिक  दूषित पानी यमुना में बह रहा है। जो कि अपने आप में ही एक चिंता का विषय है।

बाइट   विमल बिश्नोई ( कार्यकारी अभियंता सिंचाई विभाग )

एन्ड अप    हालांकि केंद्र और प्रदेश सरकार नदियों को बचाने के लिए काफी प्रयासरत हैं लेकिन धरातल पर यह सभी प्रयास बेमानी दिख रहे हैं।
Last Updated : Jun 25, 2019, 8:32 AM IST
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