यमुनानगरः जिले में यमुना नदी के हालात काफी निराशाजनक बने हुए हैं क्योंकि शहर के अलग-अलग हिस्सों के 19 जगहों का गंदा पानी यमुना में मिल रहा है. इस मामले में संज्ञान लेते हुए सिंचाई विभाग ने जिले के अलग-अलग पांच विभागों को नोटिस भेजे हैं.
गंदा पानी पीने को मजबूर लोग
यमुना नदी का पानी यमुनानगर के साथ-साथ और भी कई जिलों से होता हुआ दिल्ली तक पहुंचाया जाता है, लेकिन एनजीटी की सख्ती के बावजूद भी यमुना लगातार दूषित हो रही है. जिससे ये दूषित पानी ही अलग-अलग क्षेत्रों में पहुंच रहा है और लोग भी यही दूषित पानी पीने के लिए मजबूर हैं.
लोगों की सेहत के साथ हो रहा है खिलवाड़- विमल बिश्नोई
सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता विमल बिश्नोई ने बताया कि पश्चिमी यमुना नहर का पानी कई क्षेत्रों में जाता है लेकिन इसमें कई गंदे नालों का पानी बिना ट्रीट किए यमुना में डाला जा रहा है. जिससे लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
इन विभागों को नोटिस जारी
इसी को देखते हुए विभाग ने जगाधरी यमुनानगर नगर निगम, पब्लिक हेल्थ यमुनानगर, पंचायत ऑफिसर और पंचायत ऑफिसर जगाधरी पंचायत ऑफिसर छछरौली आदि विभागों को गंदे पानी को यमुना में गिरने के लिए रोक लगाने के लिए नोटिस भेजा है.