यमुनानगर: आज यानी एक मार्च से हरियाणा के सभी जिलों में पहली और दूसरी कक्षाओं के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं. करीब एक साल बाद स्कूलों के खुलने के बाद भी बच्चों का संख्या ज्यादा नहीं दिखाई दी. वहीं ज्यादातर बच्चों के माता-पिता में अभी भी कोरोना वायरस का डर साफ देखा जा सकता है जिसकी वजह से वो अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं.
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आपको बता दें कि यमुनानगर में करीब 600 सरकारी और 350 प्राइवेट स्कूल है जिनमें पहली कक्षा में करीब 7,500 और दूसरी कक्षा में करीब 7,900 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं. वहीं सरकार के आदेशों के बाद स्कूल तो खुल गए हैं लेकिन आज पहले दिन स्कूलों में आने वाले बच्चों की संख्या बेहद कम दिखाई दी.
वहीं शिक्षा अधिकारी ने बताया कि अभिभावकों की अनुमति के बाद ही बच्चे स्कूल आ सकते हैं. स्कूल में बच्चों के कम आने का ये ही कारण है कि अभी तक ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है जिसके चलते अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते.
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शिक्षा अधिकारी ने बताया कि स्कूलों में कोरोना गाइडलाइंस का अच्छी तरह से पालन किया जा रहा है और छोटे बच्चों को भी कोरोना वायरस से बचने के नियमों के बारे में बताया जा रहा है.