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धान के बीज की कालाबाजारी को लेकर किसानों ने किया प्रदर्शन

यमुनानगर में अपनी मांगों लेकर किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम डीसी को ज्ञापन सौंपा. इसमें किसानों ने धान के बीज की कालाबाजी, किसानों के गेहूं की पेमेंट सहित कई मुद्दों को शामिल किया है. किसानों का कहना है कि उनकी गन्ने की पेमेंंट समय से नहीं आई.

Farmers protest to stop black marketing of seeds in yamunanagar
Farmers protest to stop black marketing of seeds in yamunanagar
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Published : May 13, 2020, 11:06 PM IST

यमुनानगर: एक तरफ जहां कोरोना वैश्विक महामारी से पूरा देश जूझ रहा है, वहीं किसान भी अपनी समस्याओं को लेकर परेशान हैं. इसी कड़ी में बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसानों ने सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया. उसके बाद जिला सचिवालय में डीसी को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा.

भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान संजू गुंदीयाना ने बताया कि कोरोना संकट में भी किसान लगातार मेहनत कर रहा है, लेकिन इसके बावजूद किसानों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हमने तीन मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है. किसान को अगली फसल के लिए धान के बीज की जरूरत है, लेकिन धान के बीज की कालाबाजारी हो रही है.

बाजार में धान के बीजों की कालाबाजारी के चलते दाम बढ़ते जा रहे हैं. 2 दिन पहले जिस 3 किलो की थैली का रेट 900 रुपये था. आज उन्होंने उस थैली का रेट 1500 रुपये कर दिया है. 300 रुपये किलो से 500 रुपये प्रति किलो बीज का रेट कर दिया है.

ये भी जानें-केंद्र के आर्थिक पैकेज पर कृषि एवं उद्योग नीति के विशेषज्ञों से ईटीवी भारत की खास बातचीत

बीआर धान जिसका बीज 40 रुपये प्रति किलो था. आज इस बीज का दाम 200 रुपये किलो हो गया है. गेहूं की पेमेंट आज तक किसानों के खाते में नहीं आई. उन्होंने मांग की है कि जल्द ही किसानों की पेमेंट उनके खातों में डाली जाए. गन्ने की पेमेंट 45 दिन से नहीं हो रही, जिससे किसान परेशान हैं. उन्होंने सरकार इन समस्याओं को जल्द से जल्द दूर करने की मांग की है.

यमुनानगर: एक तरफ जहां कोरोना वैश्विक महामारी से पूरा देश जूझ रहा है, वहीं किसान भी अपनी समस्याओं को लेकर परेशान हैं. इसी कड़ी में बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसानों ने सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया. उसके बाद जिला सचिवालय में डीसी को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा.

भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान संजू गुंदीयाना ने बताया कि कोरोना संकट में भी किसान लगातार मेहनत कर रहा है, लेकिन इसके बावजूद किसानों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हमने तीन मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है. किसान को अगली फसल के लिए धान के बीज की जरूरत है, लेकिन धान के बीज की कालाबाजारी हो रही है.

बाजार में धान के बीजों की कालाबाजारी के चलते दाम बढ़ते जा रहे हैं. 2 दिन पहले जिस 3 किलो की थैली का रेट 900 रुपये था. आज उन्होंने उस थैली का रेट 1500 रुपये कर दिया है. 300 रुपये किलो से 500 रुपये प्रति किलो बीज का रेट कर दिया है.

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बीआर धान जिसका बीज 40 रुपये प्रति किलो था. आज इस बीज का दाम 200 रुपये किलो हो गया है. गेहूं की पेमेंट आज तक किसानों के खाते में नहीं आई. उन्होंने मांग की है कि जल्द ही किसानों की पेमेंट उनके खातों में डाली जाए. गन्ने की पेमेंट 45 दिन से नहीं हो रही, जिससे किसान परेशान हैं. उन्होंने सरकार इन समस्याओं को जल्द से जल्द दूर करने की मांग की है.

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