यमुनानगर: लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने अपन पूरा दम-खम लगा दिया है. आए दिन बीजेपी प्रदेश में लोगों को अपने साथ लाने के लिए रैलियां कर रही है. इसी कड़ी में बीजेपी ने जिले के बिलासपुर क्षेत्र में संकल्प रैली का आयोजन किया. रैली में मुख्यमंत्री ने कांग्रेस समेत सभी विरोधी दलों पर खूब निशाना साधा. मुख्यमंत्री ने रैली में नारा लगवाया कि 23 मई और कांग्रेस गई. उन्होंने कहा कि देश की जनता को तय करना है कि जंगल राज चाहिए या फिर राम राज.
'घोषणापत्र को बताया लुभावना'
सीएम ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को गरीबी हटाओ के नारे को लुभावना वादा करार दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू फिर इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और मनमोहन सिंह ने गरीबी हटाओ का नारा दिया. मगर कांग्रेस ने कभी भी धरातल पर गरीबी हटाने की दिशा में काम नहीं किया. गरीबी हटाने के लिए वादा नहीं बल्कि दृढ़ संकल्प की जरूरत है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करके दिखाया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार में गरीबों के उत्थान को लेकर जितनी योजनाएं बनी हैं, उन्हें लागू करने का भी काम किया गया है.
किसानों ने किया विरोध-प्रदर्शन
मुख्यमंत्री ने अपनी रैली में भले ही कांग्रेस पर जमकर हमला बोला हो पर रैली से ठिक पहले मुख्यमंत्री को खुद जिले के किसानों को गुस्सा देखने को मिला. बता दें कि भारतीय किसान युनियन के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के रैली में पहुंचने के कोशिश की पर उन्हें एक किलोमीटर पहले ही पुलिस द्वारा रोक दिया गया. जिसके बाद किसान सीएम से मिलने के लिए जिद पर अड़ गए और उसी दौरान किसानों कि पुलिस के धक्का मुक्की भी हो गई. जिसके बाद 30 से अधिक किसान हिरासत में ले लिया गया.
किसानों की मांग थी कि नवनिर्मित एनएच-73 के लिए वर्षों पूर्व भूमि अधिग्रहण की गई थी लेकिन उसके मुआवजे की राशि अब तक किसानों को नहीं मिली है. जबकि सीएम ने कुछ समय पूर्व शीघ्र ही बकाया राशि के भुगतान की बात कही थी. ऐसे ही कुछ और मुद्दों को लेकर पहुंचे किसानों को आखिर में खाली हाथ ही लौटना पड़ा.