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यमुनानगरः धान घोटाले को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने की सीबीआई जांच की मांग

भारतीय किसान यूनियन ने धान घोटाले की जांच को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. किसानों का कहना है कि इस घोटाले की सीबीआई जांच होनी चाहिए, लेकिन सरकार नहीं करवा रही है.

bku protest paddy scam in haryana
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Published : Feb 6, 2020, 4:20 PM IST

Updated : Feb 6, 2020, 4:26 PM IST

यमुनानगर: अपनी मांगों को लेकर आज किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के प्रधान गुरनाम सिंह की अध्यक्षता में जिला सचिवालय में जमकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जिला प्रशासन को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा.

भारतीय किसान यूनियन का कहना है कि सरकार यदि उनकी मांगों पर जल्द गौर नहीं करती है तो एक बहुत बड़ा आंदोलन किया जाएगा. भारतीय किसान यूनियन के प्रधान गुरनाम सिंह ने बताया कि आज हमने जो प्रदेश प्रदर्शन किया है उसका मुख्य मुद्दा धान घोटाला है जिसके लिए हम सरकार को कई बार कह चुके हैं.

धान घोटाले को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने की सीबीआई जांच की मांग.

सरकार से हमारी मांग है कि इस घोटाले की सीबीआई जांच करवाई जाए जो कि सरकार नहीं करवा रही है. धान घोटाला चारा घोटाला से भी कहीं बड़ा घोटाला है. आंकड़े ये बता रहे हैं कि हरियाणा की कुल पैदावार से कहीं ज्यादा धान हरियाणा की मंडियों से खरीदा गया है जबकि वास्तव में ना तो इतना धान आया है ना ही यहां की मंडियों में बिका.

ये भी पढ़ें- दिल्ली में विकास और केजरीवाल के विनाश का चुनाव है: ओपी धनखड़

उसकी पूर्ति दिखाने के लिए उत्तर प्रदेश और बिहार से सीधा चावल मंगाकर शहरों में लगा दिया गया है. इसमें एक बहुत बड़ा घोटाला है जितने धान की फर्जी खरीद की गई उस सभी की एमएसपी, आढ़ती की कमीशन, लेबर खर्चे, यातायात के खर्चे. आज सरकार से अवैध तौर पर लिए गए हैं. इस तरह सीधे तौर पर सरकार को चूना लगाया गया है. इसके लिए इस घोटाले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग कर रहे हैं.

इसके इलावा उनका कहना है कि किसानों की फसलों की पेमेंट आढ़तियों के द्वारा किसानों को नकद दी जाए ना की चेक के द्वारा. इसके अलावा किसान आंदोलन के दौरान जो किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए थे वह जल्द से जल्द वापस लिए जाएं. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार इन मांगों पर गौर नहीं करती है तो वह कोई बड़ा आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे जिसके लिए सारी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी.

ये भी पढ़ें- चंडीगढ़ के बाद पूरे हरियाणा में लागू हुआ ये ट्रैफिक नियम, मुख्य सचिव ने जारी किया नोटिस

यमुनानगर: अपनी मांगों को लेकर आज किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के प्रधान गुरनाम सिंह की अध्यक्षता में जिला सचिवालय में जमकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जिला प्रशासन को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा.

भारतीय किसान यूनियन का कहना है कि सरकार यदि उनकी मांगों पर जल्द गौर नहीं करती है तो एक बहुत बड़ा आंदोलन किया जाएगा. भारतीय किसान यूनियन के प्रधान गुरनाम सिंह ने बताया कि आज हमने जो प्रदेश प्रदर्शन किया है उसका मुख्य मुद्दा धान घोटाला है जिसके लिए हम सरकार को कई बार कह चुके हैं.

धान घोटाले को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने की सीबीआई जांच की मांग.

सरकार से हमारी मांग है कि इस घोटाले की सीबीआई जांच करवाई जाए जो कि सरकार नहीं करवा रही है. धान घोटाला चारा घोटाला से भी कहीं बड़ा घोटाला है. आंकड़े ये बता रहे हैं कि हरियाणा की कुल पैदावार से कहीं ज्यादा धान हरियाणा की मंडियों से खरीदा गया है जबकि वास्तव में ना तो इतना धान आया है ना ही यहां की मंडियों में बिका.

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उसकी पूर्ति दिखाने के लिए उत्तर प्रदेश और बिहार से सीधा चावल मंगाकर शहरों में लगा दिया गया है. इसमें एक बहुत बड़ा घोटाला है जितने धान की फर्जी खरीद की गई उस सभी की एमएसपी, आढ़ती की कमीशन, लेबर खर्चे, यातायात के खर्चे. आज सरकार से अवैध तौर पर लिए गए हैं. इस तरह सीधे तौर पर सरकार को चूना लगाया गया है. इसके लिए इस घोटाले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग कर रहे हैं.

इसके इलावा उनका कहना है कि किसानों की फसलों की पेमेंट आढ़तियों के द्वारा किसानों को नकद दी जाए ना की चेक के द्वारा. इसके अलावा किसान आंदोलन के दौरान जो किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए थे वह जल्द से जल्द वापस लिए जाएं. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार इन मांगों पर गौर नहीं करती है तो वह कोई बड़ा आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे जिसके लिए सारी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी.

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Intro:एंकर। भारतीय किसान यूनियन ने धान घोटाले की जांच को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है अपनी मांगों को लेकर आज किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के प्रधान गुरनाम सिंह की अध्यक्षता में जिला सचिवालय में जमकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की जिला प्रशासन को अपनी मांगों का ज्ञापन भी सौंपा भारतीय किसान यूनियन का कहना है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द गौर नहीं करती है तो एक बहुत बड़ा आंदोलन किया जाएगा


Body:वीओ भारतीय किसान यूनियन के प्रधान इनाम सिंह धोनी ने बताया कि आज हमने जो प्रदेश प्रदर्शन किया है उसका मुख्य मतदान घोटाला को लेकर है जिसके लिए हम सरकार को कई बार कह चुके हैं सरकार से हमारी मांग है कि इस घोटाले की सीबीआई जांच करवाई जाए जो कि सरकार नहीं करवा रही है धान घोटाला चारा घोटाला से भी कहीं बड़ा बटाला है और आंकड़े यह बता रहे हैं कि जो आरटीआई हमने सरकार से मांगी है हरियाणा की कुल पैदावार से कहीं ज्यादा धान हरियाणा के हरियाणा की मंडियों से खरीदा गया है जबकि वास्तव में ना तो इतना ध्यान आया है ना ही जहां की मंडियों में बिका। यह धान जाली जे फार्म घटाकर खरीदा गया है।
उसकी पूर्ति दिखाने के लिए उत्तर प्रदेश और बिहार से सीधा चावल मंगा कर शहरों में लगा दिया गया है इसमें एक बहुत बड़ा घोटाला है जितने धान की फर्जी खरीद की गई उस सभी की एमएसपी आरती की कमीशन लेबर खर्चे यातायात के खर्चे आज सरकार से अवैध तौर पर लिए गए हैं जो सैटरडे को रोड पर बनता है जो सीधे तौर पर सरकार को चूना लगाया गया है इसके लिए इस घोटाले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग कर रहे हैं।

इसके इलावा उनका कहना है कि किसानों की फसलों की पेमेंट आढ़तियों के द्वारा किसानों को नगद दी जाए ना के चेक द्वारा।
इसके अलावा किसान आंदोलन के दौरान जो किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए थे वह जल्द से जल्द वापस लिए जाएं उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार इन मांगों पर गौर नहीं करती है तो वह कोई बड़ा आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे जिसके लिए सारी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी।

बाइट गुरनाम सिंह चंडूनि( प्रदेश अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन


Conclusion:
Last Updated : Feb 6, 2020, 4:26 PM IST
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