यमुनानगर:अनुसूचित जाति वर्ग के बच्चों के लिए भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार ने खजाना खोला है. पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना में 5 गुना ज्यादा रकम खर्च होगी. यह जानकारी कैबिनेट शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने दी. केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने अनुसूचित जाति के छात्रों के कल्याण के लिए नई स्कीम का ऐलान किया है.
हरियाणा सरकार में 6 विभागों के कैबिनेट मंत्री कंवरपाल ने जानकारी देते हुए बताया कि अनुसूचित वर्ग के छात्रों को छात्रवृत्ति स्कीम के तहत छात्रवृत्ति योजना को लेकर राज्यों के साथ फंडिंग पैटर्न के विवाद को भी सुलझा लिया गया है. नए फंडिंग पैटर्न के तहत केंद्र की हिस्सेदारी 60 फीसदी और राज्यों को 40 फीसदी हिस्सा देना होगा. शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने बताया कि पुराने फंडिंग पैटर्न से अब तक इस स्कीम में हर साल औसतन 11 सौ करोड़ रुपए की ही मदद दी जाती थी. लेकिन अब नई फंडिंग पैटर्न के हिसाब से यह बढ़कर लगभग 6000 करोड रुपए हो जाएगी. यानी अनुसूचित वर्ग के बच्चों के कल्याण की स्कीम पर खर्च की जाने वाली राशि में 5 गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी होगी
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मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि इसे लेकर संचालित योजना पर अगले 5 सालों में लगभग पूरे भारत में 59 हजार करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च की जाएगी. जिसमें केंद्र सरकार की हिस्सेदारी 35 हजार करोड़ से ज्यादा की होगी. इस पूरी योजना से पूरे भारत में अनुसूचित जाति वर्ग के लगभग 4 करोड़ से ज्यादा विद्यार्थियों को लाभ मिल सकेगा.
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