भिवानी: लगातार तीन दिन से हो रही बरसात ने जहां लोगों को गर्मी से राहत दी है तो वहीं किसानों और आढ़तियों की दिक्कतें भी बढ़ा दी हैं. बरसात ने अनाज मंडी में रखे आढ़तियों के पीले सोने को पानी-पानी कर दिया है. दरअसल अनाज मंडी में पानी निकासी ना होने की वजह से अनाज खराब हो रहा है.
बरसात ने मेहनत पर फेरा पानी
बारिश के कारण अनाज मंडी में अनाज के भीगने से आढ़तियों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. आढ़तियों की मानें तो अनाज मंडी में पानी निकासी की व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण बरसात का पानी यहां जमा हो जाता है. जमा बरसाती पानी के कारण कट्टो में भरकर रखे हुए गेहूं और सरसों भीग रहे हैं.
अनाज मंडी में रखा अनाज भीगा
आढ़तियों ने बताया कि अब कट्टो में भीगा हुआ अनाज अंकुरित भी हो चुका है. अनाज मंडी में बारिश से हुए नुकसान के चार दिन के बाद भी कोई भी अधिकारी स्थिति का जायजा लेने नहीं पहुंचा. जिसको लेकर आढ़तियों में रोष है. हालांकि, बवानीखेड़ा अनाज मंडी में प्रशासन ने पानी निकासी के लिए एक पम्पसेट लगाया गया है.
किसी ने नहीं ली सुध
प्रशासन की तरफ से नुकसान की भरपाई का कोई आश्वासन नहीं मिलने से आड़तियों में रोष बना हुआ है. आढ़ती मांगे राम ने बताया कि 3 दिन तक हुई बारिश से उन्हें अनाज का भारी नुकसान हुआ है. और हमारे नुकसान का जायजा लेने अभी तक कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं आया है.
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आढ़तियों ने कहा कि अगर समय रहते उनके अनाज का उठान हो जाता तो उन्हें लाखो का नुकसान वहन होता. उन्होंने कहा कि लाखों कट्टे मंडी में गेहूं और सरसों से भरे पड़े हैं. बार-बार भीगे गेहूं को सुखाकर बैगों में भरवाने के बाद भी उठान नहीं किया जा रहा है.