सोनीपत: बहुचर्चित सोनीपत शराब घोटाले की जांच कर रही SIT का नेतृत्व वरिष्ठ IAS टीसी गुप्ता करेंगे. टीसी गुप्ता के नाम का चयन सीएम मनोहर लाल ने किया है. बता दें कि ये वही टीसी गुप्ता हैं, जिनके नाम का सुझाव हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने सीएम को दिया था.
ये तीन अधिकारी करेंगे मामले की जांच
सोनीपत शराब घोटाले की जांच के लिए हरियाणा सरकार की ओर से तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है. जिसका नेतृत्व IAS टीसी गुप्ता करेंगे. सरकार की ओर से जिस कमेटी का गठन किया गया है, उसमें IAS टीसी गुप्ता के अलावा पुलिस की तरफ से एडीजीपी सुभाष यादव, आबकारी एवं कराधान विभाग की तरफ से अतिरिक्त आयुक्त विजय सिंह को एसआईटी सदस्य के रूप में फाइनल किया गया है.
सरकार की ओर से मामले की जांच के लिए जो SIT बनाई गई है, उसमें एक IAS को भी शामिल किया जाना था. गृह मंत्री अनिल विज ने सीएम मनोहर लाल को IAS अशोक खेमका, संजीव कौशल और टीसी गुप्ता के नाम का सुझाव दिया था. जिसके बाद सीएम ने IAS टीसी गुप्ता का नाम फाइनल किया है.
कौन हैं IAS टीसी गुप्ता?
IAS त्रिलोक चंद्र गुप्ता मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले हैं. टीसी गुप्ता 1987 बैच के कैडर हैं. वो पहली बार 2018 में हरियाणा के ऊर्जा विभाग से जुड़े थे. इस वक्त टीसी गुप्ता अतिरिक्त मुख्य सचिव, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण, अतिरिक्त मुख्य सचिव बिजली विभाग, रोजगार विभाग, मुख्यमंत्री की घोषणाओं का क्रियान्वयन, प्रशासनिक सुधार विभाग और सदस्य सचिव हरियाणा प्रशासनिक सुधार प्राधिकरण का कार्यभार संभाल रहे हैं
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SIT के सामने भूपेंद्र का खुलासा
बता दें कि इस मामले में पुलिस की ओर से आरोपी शराब तस्कर भूपेंद्र ठेकेदार की गिरफ्तारी की जा चुकी है. वहां कोर्ट ने भूपेंद्र को 4 दिन की रिमांड पर भेजा है. SIT के सामने भूपेंद्र ने स्वीकार किया कि लॉकडाउन में दिल्ली और दूसरे क्षेत्रों में शराब की मांग बढ़ने पर खरखौदा एसएचओ को पैसे देकर उसने गोदाम से शराब निकलवाई थी.