करनालः पिछले सप्ताह करनाल के गांव नरुखेड़ी में संदीप नाम के युवक का तीन युवकों ने अपहरण कर लिया था जिसके बाद पुलिस ने जांच करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था. सीआईए की टीम ने सोनीपत के रहने वाले सुरेंद्र और अक्षय के साथ हिसार के रहने वाली नरेंद्र को गोहाना के क्षेत्र से गिरफ्तार किया था. इनके पास से दो अवैध हथियार और तीन कारतूस बरामद किए हैं. आरोपियों ने पीड़ित के पिता को कॉल करके पैसे देने की भी मांग की थी. इन्होंने पीड़ित के पिता से दो करोड़ रुपए की पैसों की डिमांड की थी. जब उनके पिता ने कहा कि उनके पास इतने पैसे नहीं है. तब उन्होंने डेढ़ करोड़ कहा. संदीप के पिता ने इतनी बड़ी राशि देने से मना कर दिया तो आखिरकार 80 लाख रुपए में सेटलमेंट फाइनल किया गया.
जल्द अमीर होने की चाहत में किडनैपर बना पुलिसकर्मी : करनाल के गांव नरुखेड़ी के रहने वाले रोडवेज ड्राइवर संदीप का अपहरण करने वाले तीनों आरोपियों को सीआईए टू की टीम ने अदालत में पेश किया. तीनों आरोपी तीन दिन के पुलिस रिमांड पर थे. अदालत के आदेश पर तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. रिमांड के दौरान खुलासा हुआ है कि पुलिस कर्मी अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर जल्द ही अमीर होना चाहता था.
आरोपियों के खिलाफ कई मामले हैं दर्जः पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पुलिसकर्मी सट्टे में काफी पैसा हार गया था. इसलिए उन्होंने संदीप का अपहरण किया. वो संदीप को पहले से जानते थे और उन्हें पता था कि संदीप विदेश भेजने का काम करता है और उसके पास अच्छे खासे रुपये हैं. इससे अलग सोनीपत के हलालपुर गांव निवासी सुरेंद्र के खिलाफ गुरुग्राम, झज्जर सहित अन्य जिलों में सात से आठ मामले दर्ज हैं. इनमें हत्या के प्रयास, लूट डकैती के केस शामिल हैं. ये बदमाश एक लाख रुपये का इनामी भी रह चुका है. वहीं सोनीपत निवासी अक्षय के खिलाफ भी लड़ाई झगड़े का मामला दर्ज है.
5 को पुलिस ने किया था गिरफ्तारः पुलिस के अनुसार आरोपियों ने संदीप के मोबाइल से सिम निकाला और नए मोबाइल में डालकर उससे संदीप के पिता से फिरौती मांग रहे थे. उन्होंने पहले दो करोड़, फिर डेढ़ करोड़ रुपये मांगे. जब संदीप के पिता ने कहा कि उसके पास इतने रुपये नहीं है तो 80 लाख रुपये में बात हुई. आरोपी सालवन से असंध और जींद होते हुए गोहाना गए. वह फिरौती लेने के लिए असंध में दोबारा आए थे. इस दौरान सालवन चौकी पुलिस ने बदमाशों को रोकने का प्रयास किया था तो उन्होंने गोली चलाई थी. आरोपियों ने 120 की स्पीड में गाड़ी को गोहाना क्षेत्र में मोड़ा था तभी उनकी गाड़ी पलटी थी. आरोपियों ने 4 जनवरी को संदीप का अपहरण किया था. पांच जनवरी को तीनों आरोपियों को अदालत में पेश कर तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था.