गोहाना: टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic-2021)का आगाज होने में चंद हफ्ते ही बचे हैं. दुनिया भर के खिलाड़ी ओलंपिक की तैयारियों में जुटे हैं. भारत की ओर से हरियाणा की रेसलिंग खिलाड़ी सोनम मलिक (Wrestler Sonam Malik) भी ओलंपिक की तैयारियों में जी तोड़ मेहनत कर रही हैं. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम ने सोनम मलिक से उनकी तैयारियों को लेकर एक्सक्लूसिव बातचीत की.
सोनम मलिक हरियाणा के छोटे से कस्बे गोहाना के मदीना गांव में पली बढ़ी हैं. कुश्ती से उनका जबरदस्त लगाव है. सोनम मलिक इस बार 65 किलोग्राम वर्ग में देश का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. उनका फोकस भारत को गोल्ड दिलाने का है. सोनम मलिक दिन-रात जिम में रह कर तैयारियां कर रही हैं और खुद के स्टेमिना और पावर को बढ़ाने के लिए जम कर पसीना बहा रही हैं.
हौसला बुंलद, लेकिन चोट से नहीं उभर पाईं
ओलंपिक में जगह बनाने के लिए सोनम मलिक ने कजाखस्तान में एशियन ओलंपिक क्वालिफिकेशन इवेंट में कजाखस्तान को मात दी, इस इवेंट में सोनम मलिक को चोट आ गई. सोनम मलिक जिम और एकेडमी में रहकर अपने चोट (Sonam Malik Injury) को ठीक कर रही है. सोनम मलिक का कहना है कि गेम की तैयारी अच्छी चल रही है और इंडिया के लिए मेडल जरूर लेकर आएंगी.
साक्षी मलिक को दो बार हराकर बढ़ा आत्मविश्वास
महज 18 साल की सोनम मलिक में गजब की फुर्ती और ताकत है. जिसके सामने प्रतिद्वंदी के हौसलें पस्त हो जाते हैं. सोनम मलिक की पहलवानी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने ओलंपिक खिलाड़ी साक्षी मलिक को दो बार हराया (Sonam Malik defeat Olympian Sakshi Malik) है. हालांकि साक्षी मलिक को सोनम अपना रोल मॉडल मानती हैं, लेकिन वो ये जरूर मानती हैं कि साक्षी मलिक को हराकर उनमें आत्मविश्वास बढ़ा है.
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देशवासियों का आशीर्वाद है, मैं गोल्ड जरूर लाऊंगी
सोनम मलिक को पूरा भरोसा है कि वो इस बार देश को गोल्ड मेडल जरूर दिलाएंगी. उन्होंने ईटीवी भारत से कहा कि मेरे ऊपर देशवासियों का आशीर्वाद है. मेरे परिवार गांव वालों ने मुझ पर बहुत भरोसा किया है. तभी मैं आज यहां तक पहुंची हूं. उन्होंने कहा कि 23 जुलाई से गेम शुरू होने जा रहे हैं. अभी में यहीं तैयारी कर रही हूं, फेडरेशन जिस टाइम टोक्यो भेजना चाहेगी मैं चली जाऊंगी.
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पहलवान सुशील कुमार हैं आदर्श
सोनम मलिक ने ईटीवी से बातचीत के दौरान बताया कि 2012 के गेम में उन्होंने रेसलिंग खिलाड़ी सुशील कुमार (Wrestler Sushil Kumar) और योगेश्वर दत्त (Yogeshwar Dutt) को खेलते हुए टीवी पर देखा था. बस तभी से मन में आया था कि उन्हें भी टीवी पर आना है और देश का झंडा ऊंचा करना है, और तब से ही वो तैयारियों में जुट गई थीं.
खेल नजदीक, चोट ना बन जाए बाधा
सोनम मलिक का हौसला काबिल-ए-तारीफ है, लेकिन उनकी चोट खेल में बाधा बन सकती है. ईटीवी भारत की टीम ने सोनम की फिजियोथेरेपिस्ट उमंग अग्रवाल से भी उनकी चोट को लेकर बातचीत की. उमंग अग्रवाल का कहना है कि उनकी चोट 80 फीसदी ठीक हो चुकी है. लगातार सोनम मलिक की प्रैक्टिस करवाई जा रही है. वो रिकवर हो जाएंगी और जल्द ही मैट पर उतर कर सोनम प्रैक्टिस करते हुए नजर आएंगी.
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गुड़िया इस बार मेडल पक्का लाएगी- कोच
सोनम मलिक के कोट अजमेर मलिक सोनम को गुड़िया कहकर बुलाते हैं. हमने उनसे सोनम मलिक की तैयारियों को लेकर सवाल किया. अजमेर मलिक कहते हैं कि गुड़िया की तैयारी अच्छी चल रही है. उसकी तैयारियों से ऐसा लगता है कि वो इस बार गोल्ड पक्का लेकर आएगी. हालांकि वो चोटिल है, लेकिन 3 अगस्त को पहले मैच से पहले वो पूरी तरह ठीक हो जाएगी.