ETV Bharat / state

सोनीपत: 16 महीने से नहीं मिली सैलरी, अस्थाई जूनियर लेक्चरर धरने पर

गोहाना के बीपीएस महिला विश्वविद्यालय के अस्थाई जूनियर लेक्चरर को 16 महीने से सैलरी नहीं मिली है. जिससे चलते सभी जूनियर लेक्चरर अनिश्चित धरने पर चले गए है.

Gohana bps Women University lecturers protest
16 महीने से नहीं मिली सैलरी, अस्थाई जूनियर लेक्चरर धरने पर
author img

By

Published : Jan 15, 2021, 8:33 AM IST

सोनीपत: गोहाना के बीपीएस महिला विश्वविद्यालय के अस्थाई जूनियर लेक्चरर को 16 महीने से सैलरी नहीं मिली है. जिससे चलते सभी जूनियर लेक्चरर अनिश्चितकालीन धरने पर चले गए हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब से वो लगे हैं तक से अब तक उन्हें एक बार भी वेतन दिया गया है. उनका कहना है कि घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मजबूर होकर उन्हें धरने का सहारा लेना पड़ रहा है.

अस्थाई जूनियर लेक्चरर सुलेखा ने बताया कि पिछले 16 महीने से सैलरी नहीं मिली है. यूनिवर्सिटी प्रशासन बार-बार आश्वासन दे रहा है कि आपको जल्दी ही 25 हजार के हिसाब से सैलरी अकाउंट में डाल दी जाएगी. उन्होंने कहा कि हमें 57 हजार सात सौ रुपये चाहिए जो हमारी बेसिक सैलरी लगाई गई थी.

ये भी पढ़ें: 'किसानों को सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है, लेकिन कृषि कानूनों पर बनी कमेटी पर नहीं'

बताया जा रहा है कि इससे पहले भी अस्थाई जूनियर लेक्चरर धरने पर बैठे थे उस दौरा यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आश्वासन देकर अस्थाई जूनियर लेक्चरर को धरने से उठा दिया था. अब देखना होगा कि जूनियर लेक्चरर का धरना कब तक जारी रहेगा. कब तक उनकी मांगों को माना जाता है.

सोनीपत: गोहाना के बीपीएस महिला विश्वविद्यालय के अस्थाई जूनियर लेक्चरर को 16 महीने से सैलरी नहीं मिली है. जिससे चलते सभी जूनियर लेक्चरर अनिश्चितकालीन धरने पर चले गए हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब से वो लगे हैं तक से अब तक उन्हें एक बार भी वेतन दिया गया है. उनका कहना है कि घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मजबूर होकर उन्हें धरने का सहारा लेना पड़ रहा है.

अस्थाई जूनियर लेक्चरर सुलेखा ने बताया कि पिछले 16 महीने से सैलरी नहीं मिली है. यूनिवर्सिटी प्रशासन बार-बार आश्वासन दे रहा है कि आपको जल्दी ही 25 हजार के हिसाब से सैलरी अकाउंट में डाल दी जाएगी. उन्होंने कहा कि हमें 57 हजार सात सौ रुपये चाहिए जो हमारी बेसिक सैलरी लगाई गई थी.

ये भी पढ़ें: 'किसानों को सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है, लेकिन कृषि कानूनों पर बनी कमेटी पर नहीं'

बताया जा रहा है कि इससे पहले भी अस्थाई जूनियर लेक्चरर धरने पर बैठे थे उस दौरा यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आश्वासन देकर अस्थाई जूनियर लेक्चरर को धरने से उठा दिया था. अब देखना होगा कि जूनियर लेक्चरर का धरना कब तक जारी रहेगा. कब तक उनकी मांगों को माना जाता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.