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सिंघु बॉर्डर पर पकड़े गए संदिग्ध पर अभी तक FIR नहीं- सोनीपत पुलिस - sonipat police farmers protest

सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने एक संदिग्ध युवक को पकड़ा था. ऐसा बताया जा रहा था कि ये युवक आंदोलन में विघ्न डालने की नियत आया था. इस पूरे मामले में सोनीपत एसपी जशनदीप सिंह ने कई खुलासे किए हैं. संदिग्ध युवक का कोई आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं मिला है.

sonipat police
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Published : Jan 23, 2021, 10:01 PM IST

सोनीपत: शुक्रवार रात सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने एक संदिग्ध युवक को पकड़ा था. किसानों का कहना था कि ये युवक किसान आंदोलन में हिंसा के इरादे से आया था. जिसके बाद किसानों ने संदिग्ध को सोनीपत पुलिस के हवाले कर दिया. अब सोनीपत पुलिस ने इस पूरे मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है.

सोनीपत एसपी जशनदीप सिंह रंधावा का कहना है कि कल शाम को संयुक्त किसान मोर्चा ने एक लड़के को हैंडओवर किया था. किसानों ने आरोप लगाया था कि आंदोलन में विघ्न डालने की नियत से आया है. ये भी कहा गया कि सीएम मनोहर लाल की रैली में भी संदिग्ध ने अशांति फैलाई थी. सोनीपत एसपी ने कहा कि वो इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं.

ये भी पढे़ं- 26 जनवरी से पहले 4 किसान नेताओं को मारने की साज़िश! हथियार के साथ सिंघु बॉर्डर पर पकड़ा गया संदिग्ध

संदिग्ध ने कथित तौर पर सोनीपत के राई थाने के एक पुलिस अधिकारी का नाम लिया है. संदिग्ध का कहना है कि वो राई थाने का एसएचओ प्रदीप सिंह है. इस अधिकारी ने 26 जनवरी को मंच पर बैठने वाले चार किसान नेताओं को गोली मारने की साजिश रची है. इस पर सोनीपत एसपी जशनदीप सिंह ने कहा कि राई पुलिस थाने में कोई भी एसएचओ प्रदीप नाम का नहीं है.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ये भी बताया गया था कि संदिग्ध को लैंडलाइन से कॉल आती थी, लेकिन ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है. जांच में ये भी पता लगा है कि 10 जनवरी को संदिग्ध युवक सीएम की रैली में मौजूद नहीं था. ना ही करनाल के किसी व्यक्ति के संपर्क में था. अभी तक आरोपों की कोई पुष्टि नहीं हुई है.

कौन है संदिग्ध युवक?

एसपी जशनदीप सिंह ने बताया कि संदिग्ध युवक का नाम योगेश है और वो 21 साल का है. योगेश का पिता कुक है और मां डिशवॉशर का काम करती है. योगेश कुंडली (सोनीपत) की एक फैक्ट्री में काम करता था. कोविड के दौरान योगेश को नौकरी से निकाल दिया था.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 20 जनवरी की सुबह योगेश दिल्ली गया था और शाम 4 बजे वापस आया था. प्रेम कॉलोनी में एक चाऊमीन की रेहड़ी पर खाना खाया करता था. एसपी ने कहा कि हमने ठेले वाली महिला से बात की. उसने बताया कि योगेश अक्सर चाऊमीन खाने आता था. 20 जनवरी की शाम को 4 से 5 बजे के बीच इसकी कुछ किसानों के साथ बहस हो गई थी.

संदिग्ध के मेडिकल से चौकाने वाली बात सामने आई

सोनीपत एसपी ने बताया कि योगेश के मुताबिक उसको किसानों ने मारा पीटा है. हमने योगेश का मेडिकल करवाया. मेडिकल में सामने आया कि योगेश की पीठ पर नील है. योगेश की मां ने कहा कि किसानों के डर से गलत बयान दिया है. एसपी ने कहा कि योगेश का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. अब सब कुछ जांच के बाद ही सामने होगा. एसपी के मुताबिक इस मामले में अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढे़ं- सिंघु बॉर्डर पर पकड़े गए संदिग्ध ने बदला बयान, बोला- किसानों ने मारपीट कर झूठ बुलवाया

सोनीपत: शुक्रवार रात सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने एक संदिग्ध युवक को पकड़ा था. किसानों का कहना था कि ये युवक किसान आंदोलन में हिंसा के इरादे से आया था. जिसके बाद किसानों ने संदिग्ध को सोनीपत पुलिस के हवाले कर दिया. अब सोनीपत पुलिस ने इस पूरे मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है.

सोनीपत एसपी जशनदीप सिंह रंधावा का कहना है कि कल शाम को संयुक्त किसान मोर्चा ने एक लड़के को हैंडओवर किया था. किसानों ने आरोप लगाया था कि आंदोलन में विघ्न डालने की नियत से आया है. ये भी कहा गया कि सीएम मनोहर लाल की रैली में भी संदिग्ध ने अशांति फैलाई थी. सोनीपत एसपी ने कहा कि वो इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं.

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संदिग्ध ने कथित तौर पर सोनीपत के राई थाने के एक पुलिस अधिकारी का नाम लिया है. संदिग्ध का कहना है कि वो राई थाने का एसएचओ प्रदीप सिंह है. इस अधिकारी ने 26 जनवरी को मंच पर बैठने वाले चार किसान नेताओं को गोली मारने की साजिश रची है. इस पर सोनीपत एसपी जशनदीप सिंह ने कहा कि राई पुलिस थाने में कोई भी एसएचओ प्रदीप नाम का नहीं है.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ये भी बताया गया था कि संदिग्ध को लैंडलाइन से कॉल आती थी, लेकिन ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है. जांच में ये भी पता लगा है कि 10 जनवरी को संदिग्ध युवक सीएम की रैली में मौजूद नहीं था. ना ही करनाल के किसी व्यक्ति के संपर्क में था. अभी तक आरोपों की कोई पुष्टि नहीं हुई है.

कौन है संदिग्ध युवक?

एसपी जशनदीप सिंह ने बताया कि संदिग्ध युवक का नाम योगेश है और वो 21 साल का है. योगेश का पिता कुक है और मां डिशवॉशर का काम करती है. योगेश कुंडली (सोनीपत) की एक फैक्ट्री में काम करता था. कोविड के दौरान योगेश को नौकरी से निकाल दिया था.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 20 जनवरी की सुबह योगेश दिल्ली गया था और शाम 4 बजे वापस आया था. प्रेम कॉलोनी में एक चाऊमीन की रेहड़ी पर खाना खाया करता था. एसपी ने कहा कि हमने ठेले वाली महिला से बात की. उसने बताया कि योगेश अक्सर चाऊमीन खाने आता था. 20 जनवरी की शाम को 4 से 5 बजे के बीच इसकी कुछ किसानों के साथ बहस हो गई थी.

संदिग्ध के मेडिकल से चौकाने वाली बात सामने आई

सोनीपत एसपी ने बताया कि योगेश के मुताबिक उसको किसानों ने मारा पीटा है. हमने योगेश का मेडिकल करवाया. मेडिकल में सामने आया कि योगेश की पीठ पर नील है. योगेश की मां ने कहा कि किसानों के डर से गलत बयान दिया है. एसपी ने कहा कि योगेश का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. अब सब कुछ जांच के बाद ही सामने होगा. एसपी के मुताबिक इस मामले में अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.

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