सोनीपत: भले देरी से ही सही, आखिरकार नगर निगम ने अपनी मूंदी हुई आंखे खोल ही ली हैं. शहर के प्रमुख बाजारों में अवैध कब्जों पर नगर निगम का पीला पंजा चला तो लोगों में अफरा तफरी सी मच गई है.
स्थानीय लोगों और दुकानदारों का कहना है कि प्रशासन उनके साथ ठीक नहीं कर रहा है, क्योंकि वो सालों से यहां पर बसे हुए हैं. कुछ दुकानदारों का कहना है कि नगर निगम की मिलीभगत से अतिक्रमण करवाया जाता है. दुकानों के सामने अवैध रूप से रेहड़ी वाले डेरा जमा लेते हैं, जिनपर नगर निगम कोई कार्रवाई नहीं करता है.
वहीं जब इसको लेकर नगर निगम के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने लोगों के आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि अवैध अतिक्रमण करने वालों को मुनादी करवाकर चेतावनी दी गई थी. बावजूद इसके लोगों ने अतिक्रमण नहीं हटाया जिसके बाद से मजबूरन उन्हें तोड़ा जा रहा है.
नगर निगम का अतिक्रमण हटाने का सिलसिला भले ही फिलहाल जारी है, लेकिन निगम कर्मचारियों के जाने के कुछ ही समय बाद लोग फिर से कब्जा कर लेते हैं जिसका खामियाजा अन्य लोगों को भुगतना पड़ता है. ऐसे में नगर निगम को शायद कुछ ठोस कार्रवाई करने की जरूरत है.