सोनीपत: खरखौदा के गोदाम से शराब होने के मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. मामले की जांच डीएसपी जितेंद्र सिंह की अध्यक्षता में गठित एसआईटी को सौंपी गई है.
खरखौदा थाने से सील गोदाम में रखी गई लाखों रुपये की शराब गायब कर दी गई थी. सील होने के बाद 5500 पेटियां पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से गायब हो गई थी. चार दिन तक मामले की जांच की गई जिसमें सामने आया कि यहां से शराब की बड़े स्तर पर तस्करी की जा रही थी. गोदाम में प्याज की बोरियों के नीचे एक कमरे में छिपाकर शराब रखी गई थी.
मामले में 2 दिन के अंदर दो मुकदमे दर्ज हुए हैं. पहला शराब गोदाम के मालिक सहित चार लोगों को नामजद कराया गया है, जबकि दूसरे मामले में दो एसएचओ समेत पांच पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज हुआ है. दोनों एसएचओ को सस्पेंड भी कर दिया गया.
क्या है पूरा मामला ?
खरखौदा में पिछले साल सीएम फ्लांइग की छापामारी में बाईपास पर स्थित एक गोदाम में भारी मात्रा में अवैध शराब और बीयर बरामद की गई थी. आबाकारी विभाग की टीम ने इसको गोदाम में ही सील कर दिया था. तब से लेकर अब तक शराब यहीं पर सील थी. उससे पहले साल 2018 में पुलिस कार्रवाई के दौरान पकड़ी गई सात ट्रक अवैध शराब जिसमें करीब 6500 शराब की पेटियां थी, के साथ ही करीब एक दर्जन से ज्यादा मामलों में हुई कार्रवाई के दौरान जब्त की गई शराब को इसी गोदाम में रखवाया गया था.
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जानकारी के मुताबिक बीते दिनों गोदाम में रखी शराब को खुर्द-बुर्द करने का वीडियो किसी ने अफसरों को भेजा था. इसके बाद अधिकारियों ने खरखौदा के इस गोदाम में रखी शराब की जांच शुरू करवाई. डीएसपी खरखौदा हरेंद्र सिंह और आबकारी विभाग की टीम को शराब का रिकॉर्ड सत्यापित करने को लगाया गया, बीते पांच दिन से शराब की गिनती जारी है. अब इसमें बड़े पैमाने पर धांधली की आशंका को देखते हुए जिले के अन्य दो डीएसपी को भी शराब की हो रही गिनती की निगरानी के लिए लगाया गया है. वहीं मामले की जांच एसआईटी को सौंपी गई है.