सोनीपत: भारत में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामले के बाद पूरे देश को लॉकडाउन करने के आदेश जारी कर दिए गए है. हरियाणा समेत कई राज्यों में धारा 144 लगा दी गई है, ताकि कोरोना के कहर को रोका जा सके. एक तरफ सरकार लोगों से बार-बार कह घरों में ही रहने की अपील कर रही है, तो कुछ लोग सरकार के आदेशों का धज्जियां उड़ार रहे है.
खरखौदा से ही ऐसा मामला सामने आया है. वैसे तो हरियाणा में धारा 144 धारा लगी हुई है, जहां 20 लोगों से ज्यादा इकठ्ठा होने पर रोक है. अब तो लोग घरों से बाहर भी नहीं निकल सकते है, लेकिन वहीं स्कूल प्रशासन द्वारा 50 बच्चों को एक साथ स्कूल बुलाकर मिड-डे मील बांटने का मामला सामने आया है.
स्कूल की चपरासी ने बताया कि उन्हें स्कूल में बुलाया गया है. स्कूल प्रशासन ने 50 बच्चों के परिजनों को फोन करके स्कूल में बुलाया. जब स्कूल में बच्चें और उनके अभिभावक मिड-डे मील लेने पहुंचे तो उन्हें एक स्कूल में बने एक कमरे में बैठाया गया. वहीं जब मीडिया कर्मी स्कूल में पहुंचे तो स्कूल प्रशासन इस मामले को दबाते हुए नजर आए.
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मामले के बारे में अभिभावकों ने बताया कि स्कूल के स्टॉफ ने उन्हें फोन कर बुलाया. जब अभिभावकों ने पूछा की स्कूल तो बंद है फिर तुम वहां क्या कर रहे हो. तो चपरासी राजबाला ने बताया कि स्कूल में साहब ने हमें मिड-डे-मील बांटने के लिए बुलाया है.
इसके बारे में अभिभावकों ने पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही थाना प्रभारी जसबीर सिंह, ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार अनिल कुमार और सहायक तहसीलदार प्रेम प्रकाश मौके पर पहुंचे. जिसके बाद अभिभावकों और बच्चों को मिड-डे-मील देकर घर भेज दिया गया.
इस संबंध में ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार अनिल कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए हरियाणा को लॉक डाउन कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान स्कूल खोलना बहुत बड़ी लापरवाही है. इस मामले में कार्रवाई की जाएगी. ये स्कूल प्रशासन की बहुत बड़ी लापरवाई है. इस मामले की जाँच की जाएगी और जो भी दोषी होगा उस पर भी एक्शन लिया जाएगा.