सोनीपत: कुंडली बॉर्डर पर चल रही संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक (Samyukt Kisan Morcha meeting) खत्म हो गई. बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि सरकार द्वारा भेजे गए ड्राफ्ट पर बनी सहमति, (samyukt kisan morcha agreed on governments proposal) अगर सरकार अधिकारिक पत्र भेजेगी तो कल ही आंदोलन खत्म कर देंगे. कल 12 बजे फिर से संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी. सूत्रों से पता चला है कि हरियाणा के संगठनों ने अब आंदोलन को खत्म करने की सहमति जताई है. सरकार ने किसान नेताओं को संशोधित प्रस्ताव भेज कर सभी मांगें मान ली हैं.
संयुक्त किसान मोर्चा ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति के जरिए बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा ने भारत सरकार से एक संशोधित मसौदा प्रस्ताव प्राप्त (governments proposal to farmers) करने की पुष्टि की है और प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए एसकेएम के भीतर एक आम सहमति बन गई है. अब, सरकार के लेटरहेड पर हस्ताक्षर किए गए औपचारिक पत्र की प्रतीक्षा है. एसकेएम कल दोपहर बारह बजे सिंघु मोर्चा पर फिर से बैठक करेगा और उसके बाद मोर्चों को हटाने के लिए औपचारिक फैसला करेगा.
बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत (rakesh tikait) ने बताया कि सरकार द्वारा भेजे गए ड्राफ्ट में से कई बातों पर सहमति बन गई है. सरकार की ओर से अधिकारिक पत्र का इंतजार है. राकेश टिकैत ने कहा कि पत्र के बाद आंदोलन खत्म नहीं होगा बल्कि स्थगित होगा, जब जरूरत होगी लोग आ जाएंगे, और कल 12 बजे फिर से संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी.
बता दें कि, सरकार ने किसान आन्दोलन के दौरान अलग अलग राज्यों में हुई एफआईआर को तुरंत प्रभाव से रद्द करने की बात मान ली है. साथ ही एमएसपी पर बनने वाली कमेटी पर भी मोर्चा के प्रतिनिधि ही रहें इस पर भी सहमति बन गई है. इलेक्ट्रिसिटी बिल पर भी मोर्चा प्रतिनिधियों से चर्चा के बाद ही इसे संसद में पेश किया जाएगा. साथ ही मुआवजे पर भी हरियाणा, यूपी तैयार हैं. हालांकि किसानों की मांग है कि पंजाब की तर्ज पर मुआवजा दिया जाए.
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संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की बीते दिन भी बैठक हुई थी. संयुक्त किसान मोर्चा ने मंगलवार को आंदोलन को समाप्त करने का अनुरोध करने वाले सरकार के प्रस्ताव का जवाब दिया है, जिसमें कुछ बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा गया. संगठन ने कहा कि उसने किसानों पर दर्ज फर्जी मामले वापस लेने के लिये आंदोलन समाप्त करने की सरकार की पूर्व शर्त पर भी स्पष्टीकरण मांगा था.
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