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सोनीपत में जरूरतमंद महिलाओं की 'सखी' बनेगा वन स्टॉप सेंटर

पीड़ित महिलाओं को आश्रय देने के लिए सखी वन स्टॉप सेंटर का उद्घाटन किया गया. यहां पीड़िताएं पांच दिन के लिए आश्रय ले सकती हैं.

sakhi one stop center inauguration
जरूरतमंद महिलाओं की 'सखी' बनेगा वन स्टॉप सेंटर
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Published : Feb 6, 2020, 8:05 PM IST

सोनीपत: अतिरिक्त उपायुक्त दिनेश यादव ने एटलस रोड स्थित किशोर सदन परिसर में पीड़ित महिलाओं को आश्रय देने के लिए सखी वन स्टॉप सेंटर का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि परेशान और पीड़ित महिलाएं यहां पांच दिन के लिए आश्रय ले सकती हैं. केंद्र सरकार की ओर से हर जिले में शुरू किए गए इन सखी वन स्टॉप सेंटर के लिए जल्द ही स्थाई भवन भी उपलब्ध करवा दिया जाएगा

सखी वन स्टॉप सेंटर का उद्घाटन
सखी वन स्टॉप सेंटर का उद्घाटन करने के बाद अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि दुष्कर्म पीड़िता, घरेलू हिंसा की शिकार, यौन शोषण से पीड़ित, महिला तस्करी, बाल यौन शोषण पीड़ित, गुमशुदा, अपहरण मामला, बाल विवाह, दहेज उत्पीड़न और एसिड अटैक जैसी घटनाओं से पीड़ित महिलाएं यहां रुक सकेंगी. पीड़िता महिलाएं इस सेंटर में पांच दिन रह सकेंगी. इस दौरान उन्होंने खाने सहति सभी सुविधाएं भी दी जाएंगी.

सखी वन स्टॉप सेंटर का उद्घाटन

ये भी पढ़िए: सूरजकुंड मेले में मिस्त्र के कलाकारों ने बांधा समां, झूम उठे दर्शक

दिनेश यादव ने बताया कि सखी वन स्टॉप सेंटर में पीड़िताओं को कानूनी सहायता और कानूनी परामर्श भी दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इन सखी वन स्टॉप सेंटर में किसी भी उम्र की महिला को रखा जाएगा. अगर लड़का है तो ऐसे में सिर्फ आठ साल तक की उम्र वाले लड़के इस सेंटर में रुक सकेंगे. इस सेंटर में दुष्कर्म पीड़िता और तेजाब पीड़िता को भी रखने की सुविधा होगी.

पीड़ित महिलाओं को मिलेगी हर सुविधा
सेंटर में महिला किसी भी समय आकर आश्रय ले सकती है. उन्होंने बताया कि इस सेंटर में एक सेंटर प्रशासिका, सोशल काउंसलर, लीगल काउंसलर, पैरामैडिकल स्टाफ, एक कंप्यूटर |ऑपरेटर, मल्टी परपज हैल्पर और अलग-अलग समय के लिए तीन सिक्योरिटी गार्ड भी रखे गए हैं.

सोनीपत: अतिरिक्त उपायुक्त दिनेश यादव ने एटलस रोड स्थित किशोर सदन परिसर में पीड़ित महिलाओं को आश्रय देने के लिए सखी वन स्टॉप सेंटर का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि परेशान और पीड़ित महिलाएं यहां पांच दिन के लिए आश्रय ले सकती हैं. केंद्र सरकार की ओर से हर जिले में शुरू किए गए इन सखी वन स्टॉप सेंटर के लिए जल्द ही स्थाई भवन भी उपलब्ध करवा दिया जाएगा

सखी वन स्टॉप सेंटर का उद्घाटन
सखी वन स्टॉप सेंटर का उद्घाटन करने के बाद अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि दुष्कर्म पीड़िता, घरेलू हिंसा की शिकार, यौन शोषण से पीड़ित, महिला तस्करी, बाल यौन शोषण पीड़ित, गुमशुदा, अपहरण मामला, बाल विवाह, दहेज उत्पीड़न और एसिड अटैक जैसी घटनाओं से पीड़ित महिलाएं यहां रुक सकेंगी. पीड़िता महिलाएं इस सेंटर में पांच दिन रह सकेंगी. इस दौरान उन्होंने खाने सहति सभी सुविधाएं भी दी जाएंगी.

सखी वन स्टॉप सेंटर का उद्घाटन

ये भी पढ़िए: सूरजकुंड मेले में मिस्त्र के कलाकारों ने बांधा समां, झूम उठे दर्शक

दिनेश यादव ने बताया कि सखी वन स्टॉप सेंटर में पीड़िताओं को कानूनी सहायता और कानूनी परामर्श भी दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इन सखी वन स्टॉप सेंटर में किसी भी उम्र की महिला को रखा जाएगा. अगर लड़का है तो ऐसे में सिर्फ आठ साल तक की उम्र वाले लड़के इस सेंटर में रुक सकेंगे. इस सेंटर में दुष्कर्म पीड़िता और तेजाब पीड़िता को भी रखने की सुविधा होगी.

पीड़ित महिलाओं को मिलेगी हर सुविधा
सेंटर में महिला किसी भी समय आकर आश्रय ले सकती है. उन्होंने बताया कि इस सेंटर में एक सेंटर प्रशासिका, सोशल काउंसलर, लीगल काउंसलर, पैरामैडिकल स्टाफ, एक कंप्यूटर |ऑपरेटर, मल्टी परपज हैल्पर और अलग-अलग समय के लिए तीन सिक्योरिटी गार्ड भी रखे गए हैं.

Intro:जरूरतमंद महिलाओं को आसरा देगा वन स्टॉप सेंटर...
किशोर सदन के में किया गया शुरू...
एक साथ पांच महिलाओं के रुकने की है सुविधा...
लीगल काउंसलर, मनोवैज्ञानिक सहित अन्य स्टाफ नियुक्त...
एंकर -
अतिरिक्त उपायुक्त दिनेश यादव ने एटलस रोड स्थित किशोर सदन परिसर में पीडि़त महिलाओं को आश्रय देने के लिए वन स्टॉप सेंटर का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि परेशान व पीडि़त महिलाएं यहां पांच दिन के लिए आश्रय ले सकती हैं। केंद्र सरकार द्वारा प्रत्येक जिला में शुरू किए गए इन सखी वन स्टॉप सेंटर के लिए जल्द ही स्थाई भवन भी उपलब्ध करवा दिया जाएगा।Body:वीओ -
सखी वन स्टॉप सेंटर का उद्घाटन करने के बाद अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि दुष्कर्म पीडि़त, घरेलू हिंसा, यौन शोषण से पीडि़त, महिला तस्करी, बाल यौन शोषण पीडि़त, गुमशुदा, अपहरण मामला, बाल विवाह, दहेज उत्पीडऩ व एसिड अटैक जैसी घटनाओं से पीडि़त महिलाओं को वन स्टॉप सेंटर में पांच दिन रहने व खाने इत्यादि की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि वन स्टॉप सेंटर में इन महिलाओं को कानूनी सहायता व कानूनी परामर्श भी प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इन वन स्टॉप सेंटर में किसी भी उम्र की महिला के साथ उसकी किसी भी उम्र की लडक़ी को भी रखा जाएगा। यदि बच्चा लडक़ा है तो उसे आठ वर्ष तक की आयु तक ही रखा जाएगा। इस सेंटर में दुष्कर्म पीडि़त व तेजाब पीडि़त महिलाओं को भी रखने की सुविधा होगी। इस सेंटर में महिला किसी भी समय आकर आश्रय ले सकती है। उन्होंने बताया कि इस सेंटर में एक सेंटर प्रशासिका, सोशल काउंसलर, लीगल काउंसलर, पैरामैडिकल स्टाफ, एक कंप्यूटर आपरेटर, मल्टी परपज हैल्पर और अलग-अलग समय के लिए तीन सिक्योरिटी गार्ड भी रखे गए हैं।Conclusion:इस अवसर पर जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सचिव तयब हुसैन, सीएमओ डा. वी के राजौरा, पीएमओ डा. आदर्श शर्मा, महिला आयोग की सदस्य सोनिया अग्रवाल, जिला प्रोटेक्शन आफिसर भानू गौड, पीओआईसीडीएस प्रवीण कुमारी भी मौजूद रहे।
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