सोनीपत: चर्चित सागर धनखड़ हत्याकांड में पीड़ित परिवार ने पहलवान सुशील कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिवार का आरोप है कि सुशील कुमार के खिलाफ मजबूत गवाह और सबूत हैं. इसी कारण सुशील कुमार लगातार परिवार को धमकी दे रहा है और समझौते का दबाव बना रहा है. मृतक सागर के पिता ने यह आरोप सुशील कुमार के सहयोगियों पर लगाए हैं. पीड़ित परिवार का आरोप है कि सुशील कुमार के सहयोगी पुलिसकर्मियों के साथ उनके घर पहुंचे थे और उन पर बार-बार समझौते का दबाव बना रहे हैं. अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित परिवार अब इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने और सुरक्षा मुहैया कराने के लिए गृह मंत्रालय को पत्र लिखेगा.
आपको बता दें कि 5 मई 2021 को दिल्ली का छत्रसाल स्टेडियम में पहलवान सागर धनखड़ की पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या की गई थी. हत्या के आरोप पहलवान सुशील कुमार पर लगे थे. आरोपों के बाद पहलवान सुशील कुमार जेल में बंद है. वहीं इस मारपीट में सोनू नाम के शख्स को भी चोटें आई थी. यह मामला फिलहाल कोर्ट में चल रहा है. इसी बीच सागर धनखड़ के परिवार ने पहलवान सुशील कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
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सागर के पिता अशोक धनखड़ का कहना है कि पहलवान सुशील कुमार के खिलाफ मजबूत सबूत और गवाह है. जिसके कारण सुशील कुमार को डर है कि उसे सजा जरूर होगी. यही कारण है कि वह लगातार समझौते का दबाव बनाने के लिए अपने सहयोगियों को भेज रहा है. पीड़ित परिवार का कहना है कि सुशील कुमार का सहयोगी अमित जो कि शराब का ठेकेदार है. अपने साथ 6- 7 पुलिसकर्मियों और बदमाशों को लेकर घर पर आया था.
इस दौरान उन्होंने इस मामले में समझौता करने की बात कही थी. लेकिन परिवार का कहना है कि वह समझौता नहीं करेंगे. इससे पहले सतपाल भी उनके घर आकर समझौते की बात कह चुका है. पीड़ित परिवार का कहना है कि सुशील कुमार मामले को लेकर बार-बार दबाव बना रहा है और धमकी दे रहा है. इस दौरान उन्होंने पुलिस प्रशासन पर भी आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत करने के बावजूद पुलिस परिवार और मुख्य गवाहों को सुरक्षा नहीं दे रही है.
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अशोक धनखड़ ने बताया कि वह 12 तारीख को दिल्ली जा रहे थे. उसी दौरान अमित उनके घर पर आया था. जिसके बाद वह सोनीपत पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे थे लेकिन कमिश्नर के छुट्टी पर होने पर वे डीसीपी से मिले. डीसीपी ने सोनीपत सिटी पुलिस थाना को मामले की जांच सौंपी थी लेकिन पुलिस ने उन्हें ही सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध करवाने की बात कही थी.
इस पर परिवार ने सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध करवा दी लेकिन इसके बाद भी आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन जानबूझकर इस मामले में कार्रवाई नहीं कर रहा है. अमित ठेकेदार मुख्य गवाह सोनू पर दबाव बनाकर उसे गवाही देने से मना करवाना चाहता है. सोनू की आखिरी गवाही होनी है. आरोपी कोर्ट में तारीख से पहले हर बार इस तरह का षड्यंत्र रचते हैं और कहते हैं कि समझौता हो जाएगा.
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उन्होंने कहा कि पिछली तारीख 21 अप्रैल की थी लेकिन 16 अप्रैल को ही इन्होंने मेरे गांव और खापों की पंचायत रखी थी. जिसकी उनके पास कोई सूचना नहीं थी. इसके बाद इन्होंने अफवाह फैला दी कि समझौता हो गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि इसी तरह का षड्यंत्र कर वे सोनू को मेरे घर से गिरफ्तार करना चाहते थे ताकि जेल में उस पर किसी तरह से दबाव बनवाकर उसे गवाही से मना किया जा सके.