सोनीपत: गरीबों के लिए योजनाएं की घोषणा कर सरकारें खुद को जन हितैशी (Public Welfare schemes) साबित करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़तीं, लेकिन ये योजनाएं जनता तक पहुंच रही हैं, या पहुंच रही हैं तो उसका फायदा क्या वाकई जनता उठा रही है, इस बात की नेता खोज खबर नहीं लेते. ऐसा ही हाल मोदी सरकार की तरफ से ऐलान किए गए गरीब कल्याण योजना का है.
सोनीपत (Sonipat) के गांव गढ़ी ब्राह्मणों के डिपो पर गरीबों के लिए गला सड़ा अनाज (Rotten Grain) अधिकारियों द्वारा पहुंचाया जा रहा है. ये आनाज इंसान तो क्या जानवरों के लायक भी नहीं हैं. वहीं डिपो धारक सनी का कहना है कि इसी 19 तारीख को ये अनाज उसके डिपो पर पहुंचा था. बाद में जब इन अनाज के बोरों को खोला गया तो खराब निकला. यह अनाज उसकी तरफ से गरीबों में नहीं बांटा गया और सभी अनाज के बोरो को एक तरफ रख दिया गया.
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वही मामले में सोनीपत एसडीएम शशि वसुंधरा ने कहा है कि उनके संज्ञान में मामला आया है. मामले में पूरी जांच की जाएगी. सोनीपत डीएफएससी से बात कर इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं. वहीं इस मामले में अगर किसी भी अधिकारी की लापरवाही निकलती है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी.
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बता दें कि यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी गरीबों को जो अनाज भेजा जाता है, कई बार गरीबों को ये आनाज बांट भी दिया जाता है और मजबूरी में गरीब ऐसे गले-सड़े आनाज को लेने के लिए राजी भी हो जाते हैं, लेकिन अब देखना होगा कि इस मामले में क्या कार्रवाई होगी.