गोहाना: कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन लग जाने के डर से हरियाणा में रह रहे प्रवासी मजदूरों के दिल में डर बैठ गया है. यही वजह है कि कई जिलों से प्रवासी मजदूर अपने गांव वापस लौटने लगे हैं, लेकिन प्राइवेट बस कंपनियां मजदूरों की मजबूरी का फायदा उठाने में लगे हैं, ये बस कंपनियां मजदूरों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं.
साल 2020 में लॉकडाउन के दौरान पलायन की उन तस्वीरों को कौन भूल सकता है. मजदूर सैकड़ों मील पैदल चलने के लिए मजबूर थे, कुछ मजदूरों ने साइकिल से यात्रा की. ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर के चलते लग रही पाबंदियों से मजदूर घबरा गए हैं, और समय रहते अपने घर लौट जाना चाहते हैं.
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गोहाना से रोजाना बड़ी संख्या में मजदूर उत्तर प्रदेश और बिहार की ओर पलायन करने लगे हैं. गोहाना अनाज मंडी में काम कर रहे बिहार के प्रवासी मजदूरों को इन दिनों प्राइवेट बसे आकर यही से उनकों बिहार के लिए ले जा रही हैं. सरकार ने इन बसों में 50 प्रतिशत ही सवारी बैठाने का आदेश दिया है, ऐसे में बस चालक मजदूरों से ज्यादा किराया वसूल रहे हैं.
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