सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत जिले चिटाना गांव में दो सगे भाइयों के खुदकुशी मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल, मृतक पर बैंक का कर्ज था, जिसे वह चुका नहीं सका और बैंककर्मी उसपर लोन चुकाने का दबाव बना रहे थे, जिसके चलते उसने आत्महत्या कर ली. खबर मिलते ही परिजनों ने सोनीपत पुलिस को शिकायत दी.
शिकायत में परिजनों ने कहा कि उनके बेटे उत्तम ने निजी बैंक से एक कैंटर को लोन पर लिया था, लेकिन उसकी किस्त वह नहीं चुका सका, जिसके चलते बैंक की तरफ से उस पर किस्त भरने का दबाव बनाया जा रहा था. आहत होकर उत्तम ने आत्महत्या कर ली. भाई की मौत की खबर को छोटे भाई तरुण सहन नहीं कर सका और उसने भी सदमे में आकर जान देने की कोशिश की. छोटे भाई तरुण को सोनीपत निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिलहाल, पुलिस पूरे मामले को गंभीरता से ले रही है.
मिली जानकारी के मुताबिक सोनीपत चिटाना गांव का रहने वाला 20 साल का मृतक उत्तम अपने परिवार का पालन-पोषण करता था. इसके के लिए उसने एक कैंटर खरीदा था. इसके लिए उसने निजी बैंक से लोन करवाया था, लेकिन वह बैंक के लोन की किस्त चुकाने में असमर्थ हो रहा था और बैंक कर्मचारी उस पर किस्त भरने के लिए दबाव बना रहे थे, जिसके चलते उसने आत्महत्या कर ली. आत्महत्या की खबर मृतक के छोटे भाई तरुण को लगी तो उसने भी जान देने की कोशिश की. आनन-फानन में परिजन उसे सोनीपत नागरिक अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन वहां से उसे रोहतक रेफर कर दिया गया. जहां वह जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है.
सोनीपत मोहाना थाना पुलिस ने इस पूरे मामले में गहनता से जांच शुरू कर दी है और परिजनों की शिकायत पर आगामी कार्रवाई की जा रही है. इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए जांच अधिकारी असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सतीश कुमार ने बताया कि गांव चिटाना में रहने वाले उत्तम नाम के एक युवक ने आत्महत्या कर ली जबकि उसके छोटे भाई तरुण ने आत्महत्या की कोशिश की है. छोटे भाई की हालत गंभीर है और वह होश में नहीं है जबकि उसके परिजनों ने हमें शिकायत दी है कि एक बैंक के कर्मचारी किस्त भरने का दबाव बना रहे थे जिसके चलते उन्होंने यह कदम उठाया है.