सोनीपत: बरोदा उपचुनाव में लोसुपा सुप्रीमो राजकुमार सैनी समेत 12 प्रत्याशी अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए, जबकि 10 प्रत्याशियों से ज्यादा नोटा को 469 वोट मिले हैं. बरोदा में तीन नवंबर को हुए उपचुनाव के दौरान 469 लोगों ने किसी भी प्रत्याशी को बेहतर नहीं समझा और नोटा का बटन दबाया. चार निर्दलीय समेत छह प्रत्याशी 100-100 वोट भी हासिल नहीं कर पाए.
बरोदा उपचुनाव में तीसरे नंबर पर लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी सुप्रीमो एवं प्रत्याशी राजकुमार सैनी ने 5611 वोट हासिल किए. चौथे नंबर पर इनेलो प्रत्याशी जोगेंद्र सिंह मलिक को 5003 वोट मिले. इन दोनों के साथ ही 10 अन्य प्रत्याशी उपचुनाव में अपनी जमानत नहीं बचा पाए.
वहीं 10 प्रत्याशी नोटा तक से पार नहीं पा सके, जिनमें निर्दलीय प्रत्याशी संत धर्मवीर चोटीवाला ने 328 वोट हासिल किए. वहीं राष्ट्रीय मजदूर एकता पार्टी के उम्मीदवार इंद्र सिंह, निर्दलीय प्रत्याशी शक्ति सिंह हुड्डा, निर्दलीय महिला प्रत्याशी सरोजबाला भी नोटा से पीछे रहीं. इन प्रत्याशियों को 100-100 से कम मिले वोट.
बरोदा उपचुनाव में चार निर्दलीय समेत छह प्रत्याशी 100-100 वोट भी हासिल नहीं कर पाए. पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) के प्रत्याशी सुमित चौधरी को 92 वोट मिले. निर्दलीय प्रत्याशी रामफल शर्मा ने 73 वोट हासिल किए. निर्दलीय प्रत्याशी प्रवीण कुमार को 48 मत प्राप्त हुए. निर्दलीय प्रत्याशी कमलजीत ने 46 वोट प्राप्त किए. भारतीय जनराज पार्टी के प्रत्याशी सोनू चोपड़ा ने 32 वोट हासिल किए. वहीं निर्दलीय उम्मीदवार गुलशन को उपचुनाव में सबसे कम 27 वोट मिले.
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बरोदा उपचुनाव में 81 मतदाताओं के वोट रद्द भी किए गए. रद्द किये गए सभी वोट पोस्टल बैलेट के माध्यम से प्राप्त हुए थे. पोस्टल बैलेट के माध्यम से 611 मतदाताओं ने मतदान किया था. इनमें सबसे ज्यादा वोट कांग्रेस को मिले तो उसके बाद भाजपा को वोट मिले. अन्य कई प्रत्याशियों को पोस्टल बैलेट से वोट मिले हैं. पोस्टल बैलेट से मिले 530 वोट वैध माने गए.