सोनीपतः गोहाना में कई जगह सड़कों के किनारे और डिवाइडर के बीच में लगी स्ट्रीट लाइटों के बॉक्स खुले हुए हैं. ऐसे में गोहाना वासियों के लिए जानलेवा समस्या बनी हुई है. गोहाना-जींद मार्ग पर 150 से अधिक स्ट्रीट लाइटें लगी हुई हैं, जिसमें से करीब 120 स्ट्रीट लाइटों के खंभों में नंगे तार लटक रहे हैं. इन तारों से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. कुछ स्ट्रीट लाइटों की तारें तो सड़क पर फैली हैं.
कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
गोहाना में सड़कों पर लगी ये स्ट्रीट लाइट्स के खंभों की खुली तारें कभी भी जानलेवा साबित हो सकते हैं. नगर परिषद की कई महिला सफाई कर्मी रोजाना सुबह खंभे से सटे डिवाडर के किनारे झाड़ू भी लगाती हैं. वहीं कई लोग रोजाना डिवाडर के बीच खुली जगहों से सड़क पार करते हैं. इसके अलावा पशु भी इन तारों के आस-पास से गुजरते हैं. ऐसे में इन नंगे तारों की वजह से अगर किसी तरह का कोई हादसा होता है तो फिर इसके लिए जिम्मेवार कौन होगा.
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नहीं पता शहर में कितनी स्ट्रीट लाइटें!
इस मामले को लेकर नगर परिषद की चेयरपर्सन रजनी विरमानी से भी बात की गई. इस दौरान जब हमने पूछा कि शहर में कितनी लाइट लगी है तो चेयरपर्सन ने चुप्पी साध ली. मामले से पल्ला झाड़ते हुए उन्होंने कहा कि शहर की सभी लाइटें ठीक है और तारों पर टेप लगा रखी है. उन्होंने कहा कि फिर भी अगर कोई स्ट्रीट लाइट खुली पड़ी है तो उसे जल्दी से रिपेयर करा दिया जाएगा.