सोनीपत: तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का प्रदर्शन दिल्ली की सीमाओं पर लगातार जारी है. अब हरियाणा की खाप पंचायतें इस आंदोलन को और तेज कर रही हैं. वीरवार को हरियाणा की सबसे बड़ी खाप, मलिक खाप ने सोनीपत में किसान आंदोलन को समर्थन दिया. इस दौरान मलिक खाप के प्रधान दादा बलजीत मलिक भी साथ रहे.
बता दें कि, दादा बलजीत मलिक 2019 में बीजेपी की टिकट पर बरोदा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उनको कांग्रेस के दिवंगत नेता श्री कृष्ण हुड्डा से मात मिली थी. अब उनकी अगुवाई में मलिक खाप सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में भाग ले रही है.
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ईटीवी भारत ने दादा बलजीत मलिक से खास बातचीत की और उन्होंने कहा कि हमारा भाईचारा जो कहेगा, हम उस पर खरा उतरेंगे और अब मलिक खाप इस पूरे आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेगी. हालांकि उन्होंने ईटीवी भारत के कुछ सवालों पर खुलकर जवाब नहीं दिया.
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दादा बलजीत मलिक ने कहा कि मैं यहां पर इसलिए पहुंचा हूं क्योंकि खाप यहां पर आ रही थी और मैं उसका सिरमौर हूं. ये मुद्दा अब राजनीतिक मुद्दा है. वहीं बीजेपी से इस्तीफा देने के सवाल पर वो आनाकानी करते हुए नजर आए.