सोनीपत: हरियाणा विजिलेंस टीम लगातार भ्रष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों पर शिकंजा कसती हुई नजर आ रही है. मंगलवार को सोनीपत विजिलेंस टीम (sonipat vigilance team ) ने 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते वकील (lawyer taking bribe in sonipat) को कोर्ट परिसर से गिरफ्तार किया है. अरुण कुमार हाउसिंग बोर्ड में तैनात वीरेंद्र सिंह नाम के एक कर्मचारी के नाम पर शिकायतकर्ता से रिश्वत मांग रहा था.
अरुण कुमार की गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस टीम ने वीरेंद्र सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल दोनों से गहनता से पूछताछ की जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार भदाना गांव सोनीपत का रहने वाला राजेश हाउसिंग बोर्ड में अपनी संपत्ति ट्रांसफर करवाने के लिए लगातार चक्कर काट रहा था और वहां पर मौजूद वीरेंद्र नाम का एक कर्मचारी उसकी संपत्ति ट्रांसफर करने के नाम पर रिश्वत मांग रहा था.
जिसकी शिकायत उसने विजिलेंस टीम (sonipat vigilance team) को की, तो विजिलेंस टीम ने इस पर कार्रवाई करते हुए वीरेंद्र के साथ ही अधिवक्ता अरुण कुमार को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए धर दबोचा और बाद में आगामी कार्रवाई करते हुए अरुण सिंह को भी गिरफ्तार (lawyer arrested in sonipat) कर लिया. अब दोनों से विजिलेंस टीम गहनता से पूछताछ कर रही है, ताकि मामले का खुलासा हो सके.
इस मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी विजिलेंस जयपाल सिंह ने बताया कि गांव भदाना के रहने वाले राजेश नाम के एक शख्स ने हमें शिकायत दी थी कि हाउसिंग बोर्ड के नो ड्यू सर्टिफिकेट के लिए उससे 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है, जबकि 5900 रुपये सरकारी फीस होती है. ये रकम शिकायतकर्ता ने बैंक में जमा करा दी थी, लेकिन उसके बावजूद भी उसके काम के 10 हजार रुपये और मांगे जा रहे थे.