सोनीपत: पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड (sidhu moose wala murder case) में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो शूटरों को गिरफ्तार किया. दोनों शूटर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार गैंग के बताए जा रहे हैं. गिरफ्तार दोनों शूटर में एक अंकित नाम का शूटर है. जिसकी उम्र मजह 18 साल है. बताया जा रहा है कि सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के दौरान अंकित ने दोनों हाथों से सबसे करीब जाकर गोलियां चलाई थीं. हत्या के बाद पुलिस को चकमा देकर अंकित छह राज्यों में जाकर छिपा.
अंकित हरियाणा के सोनीपत जिले के सेरसा गांव (sersa village sonipat haryana) का रहने वाला है. अंकित के बारे में जो अभी तक जानकारी मिली है. उसके मुताबिक अंकित परिवार में सबसे छोटा सदस्य है. उससे बड़ी चार बहनें और एक भाई है. स्कूल की शुरुआत से ही अंकित का रुझान पढ़ाई में नहीं था. अंकित दसवीं क्लास में फेल हो गया था. जिसके बाद वो एक फैक्ट्री में नौकरी करने लगा. जब कोरोना महामारी की वजह से लॉकडाउन लगा. तब अंकित की नौकरी छूट गई.
नौकरी छूटने के बाद अंकित अपनी बुआ के घर गया. वहां उसने मोबाइल चोरी की वारदात को अंजाम दिया. उसके बाद अंकित के अपराधों की लिस्ट लंबी होने लगी. अंकित ने गैंग बनाकर अपराधिक वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया. देखते ही देखते अंकित लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ जुड़ गया. खबर है कि पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला को अंकित ने ही सबसे पास से गोलियां मारी थी. अंकित ने दोनों हाथों से सिद्धू मूसेवाला पर गोलियां चलाई थी.
परिजनों के मुताबिक अंकित के व्यवहार को देखते हुए परिजनों ने उसे खूब समझाया. इसके बाद भी अंकित नहीं माना. जिसके बाद परिजनों ने अंकित को बेदखल कर दिया. मिली जानकारी के मुताबिक अंकित पिछले 3 महीने से अपने घर नहीं गया है. अंकित के माता-पिता फैक्ट्री में काम करते हैं. उसके परिवार के सदस्यों ने मीडिया के सामने आने से मना कर दिया.