सोनीपत: चिकित्सा की सबसे प्राचीन विधा आयुर्वेद को हरियाणा सरकार फिर से पुर्नजीवित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. सरकार कुरूक्षेत्र में 100 एकड़ में देश की पहली आयुष यूनिवर्सिटी (Ayush University Kurukshetra) बना रही है. जिसमें चिकित्सा की पांच विधाओं का संपूर्ण इलाज होगा. इसके अलावा पंचकूला में योग और प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र बनाया जा रहा है. 300 बैड का ये चिकित्सा केंद्र अपने आप में सम्पूर्ण पैथी से इलाज करने वाला पहला चिकित्सा केंद्र होगा.
स्वास्थ्य मंत्री अनिल (Anil vij on Ayurveda) विज ने ये जानकारी दी है. विज ने कहा की प्रदेश में लगभ 550 आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी हैं और इतनी ही एलोपैथिक डिस्पेंसरी हैं जिनमें सरकार जल्द ही एक-एक आयुर्वेदिक डाॅक्टरों की नियुक्ति करेगी. स्वास्थ्य मंत्री गांव आनंदपुर झरोठ में आयुर्वेदिक औषधालय के उद्धघाटन कार्यक्रम (ayurvedic dispensary inauguration in sonipat) में पहुंचे थे. ये औषधालय पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल (Former union minister Vijay Goel) की पुश्तैनी हवेली में बनाया गया है जो उन्होंने सरकार को दान कर दी थी. औषधालय का उद्धघाटन हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय (Haryana Governor Bandaru Dattatreya) ने किया.
इस औषधालय के लिए अपनी हवेली देने पर राज्यपाल ने विजय गोयल और उनके परिवार का धन्यवाद किया. राज्यपाल ने कहा की ये आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी आसपास के गांवों के लोगों को आयुर्वेदिक इलाज देने में सहयोग करेगी. बंडारू दत्तात्रेय ने कहा की आयुर्वेद इलाज की दुनिया की सबसे प्राचिन विधि है जिससे सस्ता इलाज मिलता है. उन्होंने कहा की आयुर्वेद ने कोरोना काल मे अपनी उपयोगिता और महत्व को फिर से साबित किया है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने कहा की गांव ने उनके परिवार को बहुत कुछ दिया है और अब वो गांव को कुछ लौटाने का समय है. उन्होंने कहा की सरकार की मदद से उनके पूर्वजों की ये हवेली गांव के लोगों के इलाज में काम आएगी ये उनके लिए गर्व की बात है.