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सोनीपत के वो गांव जहां सड़क किनारे धार्मिक स्थल बनाने से नहीं होते सड़क हादसे!

सोनीपत के गोहाना विधानसभा क्षेत्र (Gohana Assembly Sonipat) के गांव के लोगों का मानना है कि अगर कहीं सड़क पर ज्यादा हादसे (Road Accident Gohana) होते हैं. वहां मंदिर बना दिया जाए तो हादसे कम हो जाएंगे.

Road accidents Haryana
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Published : Jun 11, 2021, 8:01 PM IST

सोनीपत: आपने अक्सर सड़कों के किनारे मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा या पीर दरगाह (Religious Place Roadside को बने देखा होगा. कहीं हनुमान मंदिर, कहीं शिव मंदिर, तो कहीं मस्जिद या फिर पीर. क्या आपको इसके पीछे की वजह पता है? सड़क किनारे ये धार्मिक स्थल क्यों बनाए जाते हैं? हरियाणा के लोगों मानना है कि सड़क किनारे धार्मिक स्थल बनाने से दुर्घटनाएं नहीं होती. सोनीपत के गोहाना (Gohana Assembly Sonipat) में लोगों की मान्यता है कि जहां पर ज्यादा सड़क हादसे होते हैं वहां अगर मंदिर या मस्जिद बना दी जाए तो हादसे रुक जाते हैं.

ये भी पढ़ें- मान्यता या अंधविश्वास! फरीदाबाद का एक पहाड़ जिसका पत्थर बन सकता है बर्बादी का कारण

बुटाना गांव में सड़क किनारे बने मंदिर के पुजारी बाबा रामस्वरूप बिहारी ने बताया कि यहां पहले 1 दिन में 5 से 10 गाड़ियों का एक्सीडेंट (Road Accident) हो जाता था. जिसके बाद गांव वालों ने यहां मंदिर बनाया. उसके बाद यहां पर 1 साल तक भगवान हनुमान का पाठ किया गया. उसके बाद एक्सीडेंट होने बंद हो गए. ऐसा ही मुंडलाना गांव में गौशाला (Mundlana Village Gohana) के सामने सड़क हादसे होते थे. जब से वहां मंदिर बना है दुर्घनाए कम हो गई हैं.

सोनीपत के वो गांव जहां सड़क किनारे धार्मिक स्थल बनाने से नहीं होते सड़क हादसे!

85 साल के बुजुर्ग ने दावा किया कि ये कोई अंधविश्वास नहीं. मेरी आखों देखी है. पहले मुंडलाना-चिढ़ाना रोड गोहाना रोड पर महीने में 5 से 7 दुर्घटना होती थी. जब ये यहां पीर बना है. दुर्घटना ना के बराबर है. पीर दरगाह पर रह रहे बाबा भारू ने बताया कि ये सड़क गोहाना से रोहतक और पानीपत (Panipat-Rohtak Road Gohana) की तरफ जाती है. जब से यहां पीर दरगाह बननी है. उसके बाद से कोई सड़क हादसा नहीं हुआ है.

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सड़क हादसों को लेकर लोगों की अजीब मान्यता!

गांव के लोगों का दावा है कि जींद रोड पर बुटाना गांव के पास पहले 1 दिन में 5 से 10 गाड़ियों का एक्सीडेंट होता था. लाठ जोली, मुंडलाना और बुटाना गांव में भी यही हाल था. जब ये इन जगहों पर धार्मिक स्थल बनाया गया है. तब से यहां दुर्घटना नहीं होती. सोनीपत की गोहाना विधानसभा (Gohana Assembly Sonipat) का पानीपत-रोहतक, जींद-सोनीपत-जुलाना रोड. लोगों का कहना है कि कई जगह यहां दिन में तीन से चार सड़क हादसे होते थे.

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सड़क किनारे बने मंदिर और मस्जिद

ये भी पढ़ें- अंधविश्वास और मान्यता! फरीदाबाद के इस जंगल से अगर कोई लकड़ी ले गया तो जिंदा नहीं बचा

लोगों का मानना है कि जब से उन हादसों वाली जगहों पर भगवान हनुमान और भगवान शिव के मंदिर बनाए गए हैं. तब से वहां दुर्घटना होना बंद हो गई. इसे आस्था कहें या फिर अंधविश्वास. जो भी हो. गोहाना के लोगों का दावा है कि जिस भी जगह रोड पर ज्यादा हादसे होते हैं. अगर वहां धार्मिक स्थल का निर्माण कर दिया जाए तो हादसे कम हो जाते हैं.

सोनीपत: आपने अक्सर सड़कों के किनारे मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा या पीर दरगाह (Religious Place Roadside को बने देखा होगा. कहीं हनुमान मंदिर, कहीं शिव मंदिर, तो कहीं मस्जिद या फिर पीर. क्या आपको इसके पीछे की वजह पता है? सड़क किनारे ये धार्मिक स्थल क्यों बनाए जाते हैं? हरियाणा के लोगों मानना है कि सड़क किनारे धार्मिक स्थल बनाने से दुर्घटनाएं नहीं होती. सोनीपत के गोहाना (Gohana Assembly Sonipat) में लोगों की मान्यता है कि जहां पर ज्यादा सड़क हादसे होते हैं वहां अगर मंदिर या मस्जिद बना दी जाए तो हादसे रुक जाते हैं.

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बुटाना गांव में सड़क किनारे बने मंदिर के पुजारी बाबा रामस्वरूप बिहारी ने बताया कि यहां पहले 1 दिन में 5 से 10 गाड़ियों का एक्सीडेंट (Road Accident) हो जाता था. जिसके बाद गांव वालों ने यहां मंदिर बनाया. उसके बाद यहां पर 1 साल तक भगवान हनुमान का पाठ किया गया. उसके बाद एक्सीडेंट होने बंद हो गए. ऐसा ही मुंडलाना गांव में गौशाला (Mundlana Village Gohana) के सामने सड़क हादसे होते थे. जब से वहां मंदिर बना है दुर्घनाए कम हो गई हैं.

सोनीपत के वो गांव जहां सड़क किनारे धार्मिक स्थल बनाने से नहीं होते सड़क हादसे!

85 साल के बुजुर्ग ने दावा किया कि ये कोई अंधविश्वास नहीं. मेरी आखों देखी है. पहले मुंडलाना-चिढ़ाना रोड गोहाना रोड पर महीने में 5 से 7 दुर्घटना होती थी. जब ये यहां पीर बना है. दुर्घटना ना के बराबर है. पीर दरगाह पर रह रहे बाबा भारू ने बताया कि ये सड़क गोहाना से रोहतक और पानीपत (Panipat-Rohtak Road Gohana) की तरफ जाती है. जब से यहां पीर दरगाह बननी है. उसके बाद से कोई सड़क हादसा नहीं हुआ है.

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सड़क हादसों को लेकर लोगों की अजीब मान्यता!

गांव के लोगों का दावा है कि जींद रोड पर बुटाना गांव के पास पहले 1 दिन में 5 से 10 गाड़ियों का एक्सीडेंट होता था. लाठ जोली, मुंडलाना और बुटाना गांव में भी यही हाल था. जब ये इन जगहों पर धार्मिक स्थल बनाया गया है. तब से यहां दुर्घटना नहीं होती. सोनीपत की गोहाना विधानसभा (Gohana Assembly Sonipat) का पानीपत-रोहतक, जींद-सोनीपत-जुलाना रोड. लोगों का कहना है कि कई जगह यहां दिन में तीन से चार सड़क हादसे होते थे.

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सड़क किनारे बने मंदिर और मस्जिद

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लोगों का मानना है कि जब से उन हादसों वाली जगहों पर भगवान हनुमान और भगवान शिव के मंदिर बनाए गए हैं. तब से वहां दुर्घटना होना बंद हो गई. इसे आस्था कहें या फिर अंधविश्वास. जो भी हो. गोहाना के लोगों का दावा है कि जिस भी जगह रोड पर ज्यादा हादसे होते हैं. अगर वहां धार्मिक स्थल का निर्माण कर दिया जाए तो हादसे कम हो जाते हैं.

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