सोनीपत: साल 2018 में हरियाणा सरकार द्वारा राज्य के सब्जी बेचने वाले किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए भावांतर भरपाई योजना लागू की गई. जिसके अंतर्गत इन किसानों को फसलों को बेचते वक्त जो पैसा मिलता है अगर वो फसलों को तैयार करने में खर्च हुए रुपयों से कम है तो किसानों को हुए नुकसान की भरपाई सरकार द्वारा की जाएगी.
किसानों को नहीं मिल पा रहा है भावांतर भरपाई योजना का लाभ
लेकिन इसके लिए किसानों के पास जे फार्म होना जरूरी है जो उन्हें सब्जी मंडी में व्यापारियों द्वारा नहीं दिया जा रहा है. किसानों का कहना है कि उनको सरकार की इस योजना कोई भी फायदा नहीं है क्योंकि उन्हें मंडी में आढ़तियों द्वारा जे फार्म ही नहीं दिया जा रहा है.
जे फार्म नहीं मिलने से किसानों को हो रहा नुकसान
बागवानी विभाग के कर्मचारी देवेंद्र कुमार का कहना है कि सब्जी उगाने वाले किसान अलग-अलग समय पर सब्जियां उगा रहे हैं. कुछ किसान भावांतर भरपाई योजना का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन तो करा लेते हैं लेकिन जब लाभ लेने का समय आता है तो उसके पास जे फार्म नहीं होता जिसके कारण वो सरकार की योजना का फायदा नहीं उठा पाता.
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वहीं जब इस बारे में मार्केट कमेटी सचिव जगजीत कादयान से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमने सभी व्यापारियों को निर्देश दिए हुए हैं कि वो किसानों के जे फार्म जरूर दें ताकि उन्हें इसका लाभ मिल सकें और अगर किसी व्यापारी के खिलाफ शिकायत मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी.
वहीं गोहाना एसडीम आशीष वशिष्ठ ने बताया कि सभी सब्जी मंडी व्यापारियों को सुनिश्चित किया गया है कि जो किसान फसल लेकर सब्जी मंडी के अंदर आ रहा है उसका जे फोरम जरूर दें इसके लिए मार्केट सचिव को भी आदेश दिए हुए हैं.
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किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा तमाम योजनाएं तो चलाई जाती है लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के कारण उन्हें लाभ नहीं मिल पाता है और इसका जीता जाता उदाहरण एक ये भी है कि गोहाना में अभी तक सब्जी बेचने वाले किसानों को जे फार्म नहीं मिल पाया है तो वो फिर कहां से भावांतर भरपाई योजना का लाभ उठा पाएंगे.