सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत का शुगर मिल एक समय में चीनी प्रोडक्शन में हरियाणा के सबसे पिछड़े हुए शुगर मिल में से एक माना जाता था. शुगर मिल ने रिकॉर्ड तोड़ चीनी उत्पादन किया और करोड़ों रुपये का मुनाफा कमाया, लेकिन सितंबर माह में एक बार फिर से शुरू होने वाला गन्ना सत्र पर बादल मंडराने लगे हैं. किसानों को डर है कि कहीं पहले की तरह किसान अब यहां परेशान ना हो जाएं. वहीं, शुगर मिल मरम्मत टेंडर में हो रही देरी को लेकर किसानों ने मोर्चा खोल दिया है. सोनीपत में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार को अल्टीमेटम दिया है.
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सोनीपत में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान वीरेंद्र पहल ने कहा कि, सरकार की ओर से पत्र जारी किया गया है कि शुगर मिल मरम्मत का काम 30 सितंबर तक पूरा होना चाहिए. वहीं, वीरेंद्र पहल ने कहा कि, हर साल शुगर मिल के मरम्मत का टेंडर किया जाता है, लेकिन अभी तक शुगर मिल के मरम्मत का टेंडर नहीं छोड़ा गया है. ऐसे में किसानों को चिंता सताने लगी है. वीरेंद्र पहल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जिला प्रशासन के आला अधिकारियों पर टेंडर कमीशन खोरी के गंभीर आरोप लगाए हैं. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि, अगर यह टेंडर प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी नहीं होगी तो सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जाएगा.
सोनीपत शुगर मिल मरम्मत का टेंडर पिछले महीने ही किसी कंपनी को अलॉट हो जाना था, लेकिन सोनीपत डीसी कार्यालय की तरफ से इसमें कई तरह की अड़चनें लगाकर दोबारा से टेंडर प्रक्रिया शुरू करवाई गई है. भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के जिला अध्यक्ष वीरेंद्र पहल ने कहा कि सितंबर माह में एक बार फिर से गन्ना सत्र शुरू होने जा रहा है. उन्होंने शुगर मिल में तैनात चीफ इंजीनियर देवेंद्र पहल को जिम्मेदार ठहराया है.
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चीफ इंजीनियर अपनी निजी कंपनियों को यह टेंडर दिलवाना चाहते हैं और उनसे कमीशन लेना चाहते हैं. ऐसे हमारी सरकार से उच्च अधिकारियों से मांग है कि इस पूरे मामले में संज्ञान लिया जाए. इस टेंडर प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करवा कर शुगर मिल के मरम्मत का कार्य दोबारा से शुरू करवाया जाए. क्योंकि, इस बार शुगर मिल तीसरे नंबर पर प्रॉफिट देने वाले लोगों में से एक है. देवेंद्र पहल जैसे कर्मचारी इस बात से खुश नजर नहीं आ रहे हैं, वह नकली सामान लगाकर शुगर मिल को खराब करना चाह रहे हैं. हमारी सरकार से अपील है कि इस अधिकारी को यहां से बदला जाए, ताकि शुगर मिल इस साल की तरह भी प्रॉफिट में रहे. - वीरेंद्र पहल, भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप जिला अध्यक्ष