सोनीपतः सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसानों के धरने में शामिल एक किसान की ड्रेन नंबर-8 में गिरकर मौत हो गई. आज सुबह किसान का शव ड्रेन में पड़ा मिला. किसान की पहचान मूल रूप से पंजाब के संगरूर निवासी भीम सिंह के रूप में हुई है. वे फिलहाल अपने परिवार के साथ पटियाला में रहते थे. सूचना मिलने पर थाना कुंडली पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल भिजवाया.
सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन में शामिल एक और किसान की मौत हो गई. पंजाब के संगरूर के रहने वाले 42 वर्षीय किसान भीम सिंह की देर रात ड्रेन नंबर आठ में गिरने से मौत हो गई. भीम सिंह किसान आंदोलन में पिछले 22 दिनों से सिंघु बॉर्डर पर धरने में शामिल थे. भीम सिंह अपने पीछे दो छोटे-छोटे बच्चों को छोड़ कर गए हैं.
कुंडली थाना प्रभारी रवि कुमार ने बताया कि सुबह सूचना मिली थी कि संगरूर के रहने वाले भीम सिंह नाम के किसान का शव ड्रेन नंबर आठ से मिला है. फिलहाल किसान ड्रेन में कैसे गिरे. इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है. आशंका जताई जा रही है कि रात को शौच आदि के लिए जाने के क्रम में किसान गलती से ड्रेन में गिर गए होंगे, जिससे उनकी मौत हो गई. पुलिस परिजनों और उनके साथ आए किसानों से पूछताछ कर रही है.
अब तक 7 किसानों की हुई मौत
- 17 दिसंबर गुरुवार की सुबह पंजाब के संगरूर के रहने वाले 42 वर्षीय किसान भीम सिंह की मौत हो गई. पुलिस के मुताबिक देर रात ड्रेन नंबर आठ में गिरने से किसान की मौत हुई है.
- बुधवार 16 दिसंबर की सुबह ही पंजाब के पटियाला जिले के रहने वाले पाला नाम के किसान की मौत हुई थी. शुरुआती जांच के मुताबिक बढ़ती ठंड और हार्ट अटैक की वजह से किसान की मौत हुई है.
- 15 दिसंबर को सिंघु बॉर्डर के उषा टॉवर के सामने एक किसान की मौत हो गई थी. मृतक किसान की पहचान गुरमीत निवासी मोहाली (उम्र 70 साल) के रूप में हुई. खबर है कि हार्ट अटैक की वजह से किसान की मौत हुई है.
- 15 दिसंबर को की देर रात को करनाल में सड़क हासदा हुआ. जिसमें दिल्ली से धरना देकर लौट रहे दो किसानों की मौत हो गई. इस हादसे में कई किसान घायल भी हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मरने वाले किसानों में एक 24 साल का गुरप्रीत था, जो अपने माता-पिता का इकलौता लड़का था.
- 14 दिसंबर सोमवार को सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे मक्खन सिंह नाम के किसान की मौत हो गई थी. खबर है कि हार्ट अटैक की वजह से किसान की मौत हुई. मृतक किसान के जानकारों ने सरकार से उनके परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी और आर्थिक सहायता की मांग की है.
- 6 दिसंबर को सिरसा के कलांवली के कमलजीत नाम के किसान की मौत हो गई. धरने से वापस लौटते समय खुंईयामलकाना टोल के पास उनकी तबीयत बिगड़ गई. परिजनों ने कमलजीत सिंह को तुरंत डबावील के सिलिव अस्पताल में भर्ती करवाया. गंभीर हालत की वजह से डॉक्टरों ने जवाब दे दिया. जिसके बाद उन्हें सिरसा के सिविल अस्पताल लाया गया. जहां किसान ने दम तोड़ दिया.