सोनीपत: महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर कला में गलत ब्लड चढ़ाने से हरकोर की मौत के लिए कौन जिम्मेदार है. 6 माह बाद भी इसका खुलासा नहीं हो पाया. इस मामले की कार्रवाई तो दूर की बात है इसके लिए मेडिकल कॉलेज और सिविल अस्पताल सोनीपत के अलग-अलग कमेटी गठित करके जांच की थी.
दोनों की रिपोर्ट में इतना ही माना गया कि इलाज में लापरवाही हुई है. पीड़ित परिवार इंसाफ के लिए सोनीपत हॉस्पिटल सीआईए या सोनीपत मेडिकल कॉलेज खानपुर में दर-दर की ठोकरें खा रहा है, लेकिन इनकी सुनने के लिए कोई भी नहीं है. अंत में पीड़ित ने मीडिया के सामने इंसाफ की गुहार लगाई है.
मृतक हारकोर के पुत्र कुलदीप ने बताया कि 5 अगस्त 2019 को घायल होने के बाद बाद में बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर कलां में भर्ती कराया गया था. 7 अगस्त को यहां डॉक्टरों ने एक यूनिट खून चढ़ाया था.
जिसके बाद उनकी तबीयत खराब होती चली गई. कुलदीप ने डॉक्टर्स को इसके बारे में बताया, लेकिन डॉक्टरों ने ध्यान नहीं दिया. हालत गंभीर होने के बाद 12 अगस्त को दिल्ली के अस्पताल में ले गए थे. वहां इलाज के दौरान मौत हो गई. वहां डॉक्टरों ने गलत खून चढ़ाने की जानकारी दी.
मृतक के बेटे का कहना था कि इसके चलते उनकी किडनी फेल हो गई. कुलदीप का कहना है कि यहां शिकायत करने की जांच तो पता चला कि मां का ब्लड ग्रुप बी पॉजिटिव था, लेकिन महिला मेडिकल कॉलेज में उनको ए पॉजिटिव खून की यूनिट दी गई थी. इसके बाद सिविल सर्जन सोनीपत और मेडिकल कॉलेज अलग-अलग जांच के लिए कमेटी गठित की दोनों ने माना इलाज के लिए लापरवाही बरती है लेकिन कौन जिम्मेवार है इसका खुलासा नहीं किया.
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