चरखी दादरी: पूर्व कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने गोहाना की अनाज मंडी का दौरा किया. इस दौरान दीपेंद्र हुड्डा ने किसानों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी. धान की खरीद ना होने से निराश किसानों को दीपेंद्र हुड्डा ने आश्वासन दिया कि सरकार को हम धान का एक-एक दाना खरीदने के लिए मजबूर कर देंगे.
दीपेंद्र हुड्डा का बीजेपी पर निशाना
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हर सीजन की तरह इस सीजन में भी खरीद नहीं हो रही है. जिसके कारण बेबस किसान अपनी फसल को औने-पौने दामों पर बेचने के लिए मजबूर हैं. यही हाल बाजरा और कपास का है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या वजह है कि पिछली बार 2014 में भी बीजेपी सरकार के शपथ लेते ही धान का भाव पिट गया था और इस बार भी शपथ लेते ही धान का भाव पिट गया?
'किसानों के साथ करेंगे आंदोलन'
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पूरे प्रदेश की मंडियों में हा-हाकार मच गया है. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि धान की खरीद सही ढंग से हो, किसानों को पूरा भाव मिले, नहीं तो किसानों के साथ जो आंदोलन करना पड़ेगा वो करेंगे और विधानसभा से लेकर सड़कों तक लड़ाई लड़ेंगे. बता दें कि हरियाणा विधानसभा का सत्र 4 नवंबर से शुरू हो रहा है.
विधानसभा में लड़ेंगे लड़ाई- दीपेंद्र
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सत्र के पहले दिन से ही किसानों के मुद्दे को विधानसभा में उठाया जाएगा और लड़ाई लड़ी जाएगी. दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि सरकार की विफलता के कारण औने-पौने भाव में अपनी फसल बेचने को मजबूर किसानों को तुरंत बोनस दिया जाए.
बीजेपी-जेजेपी गठबंधन पर निशाना
सरकार पर सवाल उठाते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पूरे हरियाणा प्रदेश का किसान खट्टर सरकार की अनदेखी का शिकार हो रहा है. दीपेन्द्र हुड्डा ने बताया कि मंडियों में धान की ढेरियों पर मायूस बैठे किसानों ने कहा कि हुड्डा के राज में जीरी गई जहाज में, बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार के राज में जीरी गई ब्याज में.
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नहीं हो रही धान की खरीद
दीपेंद्र हुड्डा ने किसानों से एक-एक दाना खरीदने का वादा किया और कहा कि पिछले 5 साल तक किसानों को धोखा देने वाली खट्टर सरकार ने अब खट्टर-2 सरकार बनाते ही अपना खेल शुरू कर दिया. बीजेपी-जेजेपी सरकार की शह पर राईस मिल मालिकों को फायदा पहुंचाने के लिए ही मंडियों में किसानों से धान की खरीद नहीं हो रही है, जिससे मंडियों में जीरी कौड़ियों के भाव हो गई.
क्या कहा दीपेंद्र हुड्डा ने?
दीपेंद्र हुड्डा ने बताया कि एक्सपोर्ट वेरायटी की किस्म 1509 का जो भाव हुड्डा सरकार के समय 4500 रुपये तक मिलता था वो आज 2100-2200 रुपये में भी कोई नहीं पूछ रहा. इसी तरह 1121 पूसा का भाव हुड्डा सरकार के समय 5000-6000 रुपये तक मिलता था वो आज 2400-2500 के आस-पास है. किसानों की लागत दोगुनी हो गई है लेकिन भाव आधा हो गया है.
'सरकार को एक-एक दाना खरीदना होगा'
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि किसान और आढ़ती को इस सरकार में आगे का कोई भविष्य नहीं दिख रहा है. उन्होंने कहा कि हम खट्टर-2 सरकार को किसी कीमत पर किसानों को ठगने नहीं देंगे. खट्टर-2 सरकार को किसान की फसल का एक-एक दाना खरीदना ही होगा.
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दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा के 65 प्रतिशत लोगों ने खट्टर सरकार को हटाने के लिए मतदान किया था, लेकिन बीजेपी ने उन लोगों को साथ मिलाकर जोड़-तोड़ से दोबारा सत्ता हासिल की है, जो बीजेपी को कोसकर और भाजपा के खिलाफ वोट मांगकर आए थे. उन्होंने कहा कि आज विपक्ष भी मजबूत है और प्रदेश की जनभावना भी मौजूदा सरकार के खिलाफ है.