सोनीपत: खरखौदा में रविवार को आए तेज आंधी-तूफान और ओलावृष्टि से रोहणा गांव स्थित पशु डेयरी की दीवार गिरने से 2 व्यक्तियों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. इसके अलावा दर्जनभर पशुओं की भी हादसे में मौत हो गई. कई पशु घायल भी हुए हैं.
आंधी और तूफान से बचने के लिए गांव के ही नंबरदार जयप्रकाश, मोनू और बिहार के सहरशाह निवासी अमलेश मुखिया ने डेयरी में शरण ली थी, लेकिन तेज हवाओं के चलते डेयरी की दीवार भरभरा कर गिर गई.
इस हादसे में जयप्रकाश और अमलेश की ईंटों के नीचे दबने से मौत हो गई, जबकि मोनू घायल हो गया. डेयरी संचालक व डेयरी के काम करने वाले तीन लोग ट्रैक्टर के चक्कर में बाहर थे, जो इस हादसे से बच गए. जैसे ही गांव में डेयरी के गिरने की सूचना मिली तो खेतों में काम करने वाले किसान व ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर ईंटों को हटाया और उनके मलबे में दबे हुए लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल में पहुंचाया.
ग्रामीणों ने ईंटों के नीचे दबे पशुओं को भी बाहर निकाला. इस हादसे में एक गाय समेत कई कटड़ों की मौत हो गई. जबकि कई भैंस बुरी तरह से घायल हैं. इसके साथ ही गांव खांडा के एक ईंट भट़्ठे पर काम करने वाले मजदूर की पांच वर्षीय बेटी भी घायल हो गई. आंधी की वजह से लोहे के टीन से सीता की बाजू कट गई. उसके चेहरे और पैर पर भी गंभीर चोट आई हैं.
सीता को गंभीर हालत में खरखौदा के सीएचसी में लाया गया. जहां से प्राथमिक उपचार देने के बाद उसे पीजीआई, रोहतक रेफर कर दिया. जबकि रोहणा गांव में ही खेतों में बना एक कोठड़ा तेज हवाओं में गिर गया. वहीं उसके पास में ही लगा बिजली का खंभा व ट्रांसफार्मर नीचे जा गिरे.
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गांव के ही पूर्व सरपंच संजय ने बताया कि तेज आंधी व तेज बारिश ने रोहना गांव के जय प्रकाश की मौत हो गई जो कि पशुओं का वैद भी था. इसके अलावा एक अन्य व्यक्ति की मौत भी हुई है जान माल के साथ ही कई पशुओं की मौत व दर्जन भर से ज्यादा घायल हो गए. इसके अलावा पूरी की पूरी पशु डेयरी भी तहस नहस हो गई है. फिलहाल डेयरी संचालक ने मामले की शिकायत पुलिस प्रसासन को दी है.