सोनीपत: देवेंद्र सुरा पृथ्वी को प्रदूषण से बचाने के लिए निकल पड़े हैं और अब तक हरियाणा सहित पूरे उत्तर भारत में 1 लाख 86 हजार पौधे लगा चुके हैं. देवेंद्र ने साथ ही अपनी एक नर्सरी भी तैयार कर ली है, जिसमें उन्होंने 44 हजार पौधे लगाए हुए हैं. देवेंद्र खुद तो पौधे लगाते ही हैं, साथ ही बाकी लोगों को भी पौधे बांटकर पर्यावरण के लिए जागरूक करते हैं.
अपनी सैलरी खर्च कर लगाते हैं पौधे
देवेंद्र अपनी पूरी सैलरी खर्च करके पेड़ लगाते हैं. अब तो इन्हें हरियाणा में ट्री मैन के नाम से जाना जाता है. देवेंद्र ने बताया कि इस अभियान के लिए अभी तक लाखों रुपए खर्च कर चुके हैं. शुरुआत में वह हरियाणा की नर्सरी से पेड़ खरीदते थे जो महंगे पड़ते थे. उसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश की नर्सरी से खरीददारी शुरू की. बाद में उन्होंने अपनी खुद की नर्सरी बनाने के बारे में सोचा जिसके चलते उन्होंने करीब 2 एकड़ जमीन लीज पर ली और नर्सरी का काम शुरू कर दिया.
शादी समारोह में भी वितरित करते हैं पौधे
अब उनकी नर्सरी में करीब 44000 पौधे लगे हुए हैं. नर्सरी से गांव तक पौधे ले जाने के लिए उनके पास बैलगाड़ी भी है. इसके अलावा देवेंद्र सुरा पर्यावरण को बचाने के लिए साइकिल का इस्तेमाल करते हैं. वह अभी तक 1 लाख 86 हजार पौधे लगा चुके हैं. इसके अलावा करीब ढाई लाख पौधे वितरित कर चुके हैं. वे शादी समारोह में भी पहुंचकर पौधे वितरित करते हैं और उन्हें बचाने का संकल्प दिलाते हैं.
चंडीगढ़ जाकर आया ये ख्याल
देवेंद्र साल 2011 में चंडीगढ़ पुलिस में भर्ती हुए थे, जिसके बाद वह चंडीगढ़ की खूबसूरती देखकर दंग रह गए. यहां की हरियाली ने भी उन्हें बेहद प्रभावित किया, तब उनके मन में ख्याल आया कि सोनीपत को भी ऐसा ही हरा भरा बनाएंगे. इसके बाद से उन्होंने 2012 में पर्यावरण को लेकर अभियान चलाया. इसकी शुरुआत उन्होंने अपने गांव से ही की थी, पहले वह गांव के लोगों को पर्यावरण को साफ-सुथरा रखने के लिए पेड़ों के महत्व को समझाते थे और इस अभियान की शुरुआत उन्होंने अपने घर के बाहर पेड़ लगाने से की. आज उनका अभियान हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत में फैल चुका है.
हम सबको भी होना होगा जागरूक
जिस तेजी से दुनिया में प्रदूषण बढ़ रहा है, उसको लेकर डब्लूएचओ भी चिंता जता चुका है. हजारों की तादात में लोग वायु प्रदूषण से होने वाली बीमारियों के चपेट में आ रहे हैं. भारत में भी प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है. इसी समस्या को ध्यान में रखकर चंडीगढ़ पुलिस का ये सिपाही बेहतरीन काम कर रहा है और साथ ही बाकी लोगों को भी संदेश दे रहा है कि प्रदूषण को लेकर अब नींद तोड़ने का समय आ गया है.