सोनीपत: दिल्ली के जंतर मंतर पर देश के नामी पहलवान भारतीय कुश्ती फेडरेशन के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. हालांकि सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद बृजभूषण शरण पर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है. ऐसे में पहलवानों का धरना-प्रदर्शन लगातार जारी है. पहलवानों के समर्थन में राजनीतिक दल और गैर राजनीतिक दल लगातार सामने आ रहे हैं. इसी कड़ी में रविवार को सोनीपत में सुभाष चौक से लेकर देवीलाल चौक तक संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले कैंडल मार्च निकाला गया.
दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों के धरने को एक सप्ताह से अधिक हो चुका है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद बृजभूषण शरण पर दो एफआईआर दर्ज हुई हैं. बृजभूषण की गिरफ्तारी पर अभी भी संशय बना हुआ है, जिस पर पहलवान लगातार अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. वहीं, पहलवानों का साथ देने के लिए देशभर में राजनीतिक और गैर राजनीतिक दल लगातार पहलवानों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं. सोनीपत में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान संगठनों और खाप प्रतिनिधियों ने कैंडल मार्च निकाला.
इसके साथ ही किसान संगठनों और खाप प्रतिनिधियों ने सरकार को चेताया कि अगर जल्द से जल्द बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती है तो जंतर मंतर पर बड़े पैमाने पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. इसके साथ ही किसान संगठनों ने 3 मई को देश के सभी जिला मुख्यालय पर उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने का भी ऐलान किया है.
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ व सरोहा बारह खाप के प्रधान सतीश सरोहा ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने पहलवानों की मांगें जल्द से जल्द नहीं मानी तो वह एक बार फिर किसान आंदोलन की तरह दिल्ली के जंतर मंतर पर पक्के मोर्चे लगाएंगे. क्योंकि सरकार अपने चुनावी फायदे के लिए बृजभूषण शरण को बचा रही है. अभिमन्यु कोहाड़ का कहना है कि बृजभूषण शरण उत्तर प्रदेश का बाहुबली है और चुनाव के दौरान कई सीटों पर प्रभाव डालता है. उन्होंने कहा कि बृजभूषण शरण के खिलाफ पहले से ही 40 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, लेकिन फिर भी गिरफ्तारी नहीं हो रही है.
किसान नेता कहना है कि पहलवानों के साथ अन्याय हो रहा है. कभी उनके धरने की लाइट काट दी जाती है तो खाना पहुंचाने वालों को भी दिल्ली पुलिस रोक रही है. उन्होंने कहा कि हम एक रणनीति के तहत सरकार को घेरने में लगे हुए हैं. 3 मई को देश के सभी जिला मुख्यालय पर बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी के लिए उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा जाएंगे. अगर तब भी बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती है तो किसान दिल्ली कूच करेंगे.
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