सोनीपत: कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन जारी है. लगातार किसान दिल्ली कूच कर हैं. हरियाणा खाप पंचायतों ने भी किसानों को समर्थन देने का फैसला ले लिया है. वहीं आंदोलन से पहले हिरासत में लिए गए किसान अब रिहा हो रहे हैं और वो भी किसान आंदोलन में शामिल होने जा रहे हैं.
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल और गांव छिछड़ाना के सरपंच ने जेल से रिहा होते ही सिंघु बॉर्डर पर जाने का फैसला लिया है. गोहाना से कल भारी संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में सवार हो दिल्ली बॉर्डर की तरफ कूच करेंगे.
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भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने कहा कि वो गांव में अपने घरों को प्रशासन के भरोसे छोड़कर दिल्ली जाएगे और जब तक सरकार नहीं झुकती वो अपने घर वापस नहीं लौटेंगे. उन्होंने कहा कि दिल्ली कूच में उनके साथ कई गांव के किसान शामिल होंगे. गांव बरोदा की पंचायत ने भी पूरा समर्थन किया है.
गौरतलब है कि दोनों ही किसान नेताओं को पुलिस ने 24 नवंबर को हिरासत में लिया था. किसान नेताओं का आरोप है कि उनके साथ जेल में आपराधिक कैदियों जैसे सलूक किया गया जो कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वहीं अब वो दिल्ली जाकर किसान आंदोलन को और मजबूत करेंगे.