सोनीपत/बरोदा: राजनीतिक पार्टियों के घोषणा पत्र तो सबने सुने होंगे, लेकिन बरोदा उपचुनाव से पहले ईटीवी भारत बरोदा विधानसभा के लोगों को अपना घोषणा पत्र बनाने का मौका दे रहा है. ईटीवी भारत लोगों से ये जान रहा कि आखिर वो पार्टियों के घोषणा पत्र में क्या-क्या घोषणाएं देखना चाहते हैं? इसी कड़ी में ईटीवी भारत की टीम के मुंडलाना गांव पहुंची.
ईटीवी भारत ने जब वोटर्स का मन टटोला तो किसी ने विकास को तो किसी ने शिक्षा को अपने घोषणा पत्र में शामिल किया. इसके अलावा कुछ लोगों ने कहा कि उनके लिए भूपेंद्र हुड्डा ही घोषणा पत्र हैं. वो सिर्फ हुड्डा को ही वोट देंगे.
किसान बोले- 'ऑनलाइन पचड़ा म्हारे समझ से परे'
किसानों ने कहा कि बीजेपी ने सभी चीजें ऑनलाइन कर दी हैं. हरियाणा के ज्यादातर किसान अनपढ़ हैं. ऐसे में उनके लिए ये एक पचड़े के समान हैं. उन्हें ऑनलाइन काम करने में काफी दिक्कत हो रही है. इसलिए वो अपने घोषणा पत्र में ऑनलाइन काम का सरलीकरण रखना चाहते हैं.
'विकास मतलब सिर्फ और सिर्फ हुड्डा'
मुंडलाना गांव के ज्यादातर लोग पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पक्ष में नजर आए. बुजुर्ग हो या फिर युवा, हर किसी ने हुड्डा के कामों की सराहना की. उन्होंने कहा कि बरोदा का विकास सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस काल में हुआ है और आगे भी वो सिर्फ हुड्डा के नाम पर ही कांग्रेस को वोट करेंगे.
'शिक्षा को मिले घोषणा पत्र में जगह'
कुछ लोगों ने कहा कि वो शिक्षा के नाम पर वोट देंगे. कोरोना काल में स्कूल बंद हैं, लेकिन नेताओं की रैली के लिए कोई कोरोना नहीं है. सिर्फ स्कूलों को ही बंद रखा जा रहा है. ऐसे में वो बेहतर शिक्षा का मुद्दा घोषणा पत्र में शामिल करना चाहते हैं.
ये भी पढ़िए: कृषि कानूनों पर फूटा किसानों का गुस्सा, बोले- बीजेपी के राज में जीरी गई ब्याज में
'जो कम करेगा बेरोजगारी, वोट उसे ही'
मुंडलाना गांव के युवाओं ने कहा कि आज के दौर में हरियाणा के ज्यादातर युवा बेरोजगार बैठे हैं, इसलिए वो चाहते हैं कि राजनीतिक पार्टियां अपने घोषणा पत्र में रोजगार के मुद्दे को ना सिर्फ शामिल करें, बल्कि इस पर काम भी किया जाए.