सोनीपत: गोहाना नागरिक हस्पताल में एचबीवाईसी जागरुकता सेमिनार आयोजन किया गया. सेमिनार में डॉ. सचिन ने एएनएम और आशा वर्करों को एचबीवाईसी के बारे में जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए कई कार्यक्रम चला रही है, क्योंकि आज के टाइम बच्चों को दूध कम मिल रहा है उससे मृत्यु दर बढ़ रही है.
डॉक्टर सचिन ने बताया आज आशा वर्कर और एएनएम को एचडीवाईसी जानकारी दी कि महिलाएं गांव में जाकर जच्चा बच्चा मिलें उन्हें समझाएं कि बच्चे के लिए माता का दूध सर्वोत्तम होता है इसलिए बच्चों को कम से कम से 6 महीने तक माता का दूध अवश्य पिलाएं. इससे वो स्वस्थ रहेगा क्योंकि अधिकतर जगह पर 2 महीनों के बाद बच्चों को दूध पिलाने के बाद कुछ चीजें खिलाना शुरू कर देते हैं.
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उन्होंने कहा कि ये गलत है, क्योंकि बच्चों को दिमाग का पोषण नहीं हो पाता. इससे शिशु बीमार रहने लगते हैं कई बार तो मृत्यु भी हो जाती है इसलिए माता का दूध 6 महीने तक शिशु को अवश्य पिलाना चाहिए ताकि वो स्वस्थ रहे.