सोनीपत: गांव आहुलाना स्थित चौ. देवीलाल सहकारी चीनी मिल पेराई सत्र के लिए तैयार है. मिल के तकनीकी व प्रशासनिक अधिकारियों ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. मिल को शुगर फेडरेशन की तरफ से आदेश और क्षेत्र में गन्ने की फसल के पकने का इंतजार है. जैसे ही सरकार की तरफ से निर्देश मिलेंगे उसी हिसाब से मिल शुरू कर दिया जाएगा.
111 गांवों के किसान भेजते हैं गन्ना
आहुलाना स्थित चीनी मिल में करीब 111 गांवों के किसान गन्ना भेजते हैं. किसानों को मिल चलने का बेसब्री से इंतजार है. किसान व अधिकारियों की बैठक भी हो चुकी है. बैठक में किसानों द्वारा दीपावली के बाद मिल चलाने की मांग की गई है. चीफ इंजीनियर देवेंद्र पहल के अनुसार मिल की सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. इसमें मिल की छोटी-बड़ी मशीनों की बारीकी से जांच की गई है. जांच के लिए मिल का दो बार ट्रायल किया जा चुका है, दोनों बार ट्रायल सफल रहा है. 2019-20 के पेराई सत्र 4-5 दिसंबर को शुरू किया गया था.
मिल के गन्ना विभाग के प्रबंधक मंजीत दहिया ने बताया कि मिल में बांडिग का कार्य पूरा हो चुका है. सही चीनी रिकवरी के लिए क्षेत्र का गन्ना अभी पूरी तरह से पका नहीं है. मिल के दायरे में 111 गांव आते हैं इसमें करीब 3600 किसानों के गन्ने का बांड बनाया है. किसानों ने 18200 एकड़ में गन्ने की फसल उगा रखी है. क्षेत्र के किसानों से 54 लाख क्विंटल गन्ने की ऑफर की गई थी, जिसमें 47 लाख क्विंटल गन्ने की बांडिग की गई है. पिछले पेराई सीजन में 35 लाख क्विंटल गन्ने की बांडिग हुई थी.
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चौ. देवीलाल सहकारी चीनी मिल के एमडी आशीष वशिष्ठ ने कहा कि मिल चलने के लिए पूरी तरह से तैयार है, लेकिन बेहतर चीनी रिकवरी के लिए गन्ना अभी उतना पका नहीं है. किसानों की सहमति और शुगर फेडरेशन का निर्देश मिलते ही मिल को चलाया जाएगा. इस बार 47 लाख क्विंटल गन्ने का बांड बनाया गया है.