सिरसा: कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और किसानों के बीच गतिरोध जारी है. किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं. किसानों का साफ कहना है कि जब तक तीनों नए कृषि कानून रद्द नहीं किए जाते उनका आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा. वहीं किसानों ने अपने आंदोलन को तेज करते हुए 14 दिसंबर को सभी जिला मुख्यालयों का घेराव किया. साथ ही बीजेपी के नेताओं के आवास का भी घेराव किया गया.
किसानों के इस आंदोलन में महिलाएं भी बराबरी से शामिल हो रही हैं. महिलाओं से जब बात की तो उन्होंने बताया की सरकार को ये तीन कानून वापस लेने ही पड़ेंगे. ये कानून किसान को पूरी तरह से खत्म कर देंगे.
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प्रदर्शन कर रही महिलाओं में सिरसा के गांव खाजाखेड़ा की सरपंच भी शामिल थी. उन्होंने कहा की अगर सरकार इन तीनों कानूनों को वापस नहीं ले लेती तो जिस प्रकार धीरे-धीरे सभी इस्तीफा दे रहे है मैं भी सरपंच पद से इस्तीफा दूंगी.
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कहा कि हम सिर्फ सिरसा में ही प्रदर्शन नहीं करेंगे बल्कि दिल्ली भी जाएंगे. दिल्ली जाकर किसानों को मजबूत करेंगे और सरकार को नए कृषि कानून वापस लेने पर मजबूर करेंगे.