सिरसा: जिले के पक्के मोर्चे पर किसान लगातार कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं. वहीं 3 से 4 दिन पहले पक्के मोर्चे से किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद से उनका कुछ पता नहीं चल पा रहा था. वहीं किसान नेता प्रह्लाद सिंह का परिवार उनको छुड़वाने के प्रयास करता था.
प्रह्लाद सिंह के परिजनों ने सिविल लाइन थाना के बाहर धरना भी दिया. लेकिन प्रशासन ने कुछ नहीं बताया. वहीं अब प्रह्लाद सिंह भारूखेड़ा और अन्य दो किसान नेताओं को भी रिहा कर दिया गया है.
किसान नेता प्रह्लाद सिंह ने बताया कि सरकार और प्रशासन डरा हुआ था. जिसके चलते उन्होंने ना केवल सिरसा से बल्कि पूरे हरियाणा से किसानों की गिरफ्तारी की, लेकिन गिरफ्तारी के बाद भी किसान रुके नहीं और दिल्ली पहुंचे.
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उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने पूरी तरह से कोशिश की कि किसानों को हरियाणा में रोका जाए, लेकिन किसान दिल्ली पहुंचे. अब सिरसा से किसान दिल्ली पहुंचेंगे और अपनी रणनीति दिल्ली जाकर तैयार करेंगे. गौरतलब है कि किसानों में प्रह्लाद सिंह और अन्य किसानों की रिहाई को लेकर खशी थी. जिला जेल के बाहर लगभग 100 से भी अधिक किसान स्वागत के लिए मौजूद थे.