सिरसा: सिरसा में थेहड़ नाम की जगह इस समय प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. जिसे सिरसा प्रशासन को खाली करवाकर पुरातत्व विभाग को सौंपना है. सिरसा में करीब 85 एकड़ में फैले थेहड़ में हजारों लोगों ने अपना आशियाना बनाया हुआ है. प्रशासन के सामने यही चुनौती है कि इस क्षेत्र को खाली कैसे करवाया जाए.
क्या है पूरा मामला विस्तार से पढ़ें-
थेहड़ क्षेत्र हरियाणा के दक्षिणी हिस्से में आता है. सिरसा के इस क्षेत्र में हजारों लोग रहते हैं. पुरातत्व विभाग का मानना है कि 85 एकड़ में फैले थेहड़ क्षेत्र के नीचे कोई राजभवन दबा हुआ है. इसके लिए वो इस क्षेत्र की खुदाई करना चाहते हैं. मिली जानकारी के अनुसार सरकार अभी तक 31 एकड़ जमीन को खाली करवा चुकी है.
वहीं इस मामले में भाजपा नेता प्रदीप रातुसरिया ने केंद्रीय पुरातत्व मंत्री से बात की है. उन्होंने अपनी समस्या बताते हुए पुरातत्व मंत्री से कहा कि पहले जो 31 एकड़ जमीन खाली है उसकी खुदाई कर लें. क्योंकि बाकी बची हुई जमीन पर हजारों लोगों के घर हैं. उन्होंने कहा कि पुरातत्व मंत्री ने आश्वासन दिया है कि पहले हम 31 एकड़ जमीन को चैक करवाएंगे. हालांकि, ये मामला अभी कोर्ट में है.
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आपको बता दें कि थेहड़ की पूरी जमीन करीब 85 एकड़ में फैली हुई है. जिसमें से 31 एकड़ जमीन सरकार पहले ही खाली करवा चुकी है, जिसपर करीब 753 घर बने हुए थे. अब बाकी बचे हुए 54 एकड़ जमीन को खाली करवाया जाना है. इस 54 एकड़ जमीन पर करीब 5 हजार घर बने हुए हैं. जिसे खाली करवाना सरकार और प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है.
फिलहाल इस मामले में थेहड़वासी अपने आशियाने को बचाने के लिए हाई कोट के आदेश पर नजर लगाए बैठे हैं. देखने वाली बात होगी कि ये जमीन पुरातत्व विभाग को सौंपी जाती है या थेहड़वासी यहां खुशहाल जीवन बिताते हैं.